गैरसैंण: शुक्रवार को गैरसैण के भराड़ीसैंण में विधानसभा का मानसून सत्र विपक्ष के हंगामे के बीच में अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. सदन स्थगित होने से पहले सदन के भीतर कांग्रेस विधायकों की अपनों के ही प्रति नाराजगी देखने को मिली. कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने अपने ही पार्टी पर सदन में बोलने का मौका न दिए जाने के गंभीर आरोप लगाएं हैं.
हरीश धामी ने कहा वह आपदा के मुद्दे पर बोलना चाहते थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया. उन्होंने सदन से बाहर आकर मीडिया के सामने अपनी पीड़ा व्यक्त की. हरीश धामी ने कहा उनकी विधानसभा सीमांत विधानसभा है. विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाली विधानसभा है. यहां आपदा से उनके क्षेत्र की जनता का बुरा हाल है. इसके बाद भी उन्हें बोलने नहीं दिया गया. उन्होंने पहाड़ी मूल के विधायकों की अपेक्षा का भी आरोप लगाया. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य पर मित्र विपक्ष की भूमिका निभाने का आरोप लगाया. हरीश धामी ने कहा वे इस मामले की शिकायत राष्ट्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से करेंगेय.
क्या था मामला: दरअसल, विधानसभा सदन के भीतर कांग्रेस प्रदेश में आपदा के मुद्दों पर नियम 310 के तहत चर्चा करना चाहती थी. जिस पर स्पीकर ने विपक्ष को आधे घंटे का समय दिया. हरीश धामी का आरोप है कि उनकी पार्टी ने उन्हें सदन में बोलने के लिए 5 मिनट का समय भी नहीं दिया. उन्होंने कहा सदन में विपक्ष मित्र विपक्ष की भूमिका निभाते दिखाई दिया. हरीश धामी ने कहा पार्टी में उनकी सीनियरिटी खत्म की गई, जबकि वह तीन बार के विधायक हैं. इशारों ही इशारों में उन्होंने अपने ही पार्टी के उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा जो विधायक अपना बूथ नहीं जीता पाए उनको बोलने का मौका दिया गया.