ETV Bharat / state

भोजशाला पर याचिका वापस नहीं ली तो शिक्षक की नौकरी गई? स्कूल से निकले पर विवाद पीछे पीछे - Dhar Bhojshala Petitioner

author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 24, 2024, 2:26 PM IST

Updated : Jul 25, 2024, 8:25 PM IST

धार के भोजशाला मामले की हाई कोर्ट इंदौर में याचिका लगाने वाले शिक्षक की मुश्किलें बढ़ गई हैं. उन पर याचिका वापस लेने के लिए दबाव की बात सामने आई है. याचिकाकर्ता का कहना है कि उत्तर प्रदेश में स्कूल की नौकरी छूट गई पर विवाद पीछे नहीं छूट रहे.

DHAR BHOJSHALA TEACHER PETITIONER
भोजशाला मामले में याचिकाकर्ता शिक्षक को स्कूल ने निकाला (ETV Bharat)

इंदौर: भोजशाला को लेकर इंदौर हाई कोर्ट में याचिका दायर करने वाले कुलदीप तिवारी का आरोप है कि उन्हें इन दिनों धमकियां मिल रही हैं. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के स्कूल से उनकी नौकरी चली गई, वो खुद ट्रेन पकड़ वापस मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर लौट आए हैं. मगर विवाद लगातार पीछे पीछे चल रहा है और इनसे मुक्ति नहीं मिल रही. कुलदीप का कहना है कि उन्हें धमकी मिल रही है कि जब तक आप याचिका वापस नहीं लेंगे तब तक स्कूल में काम नहीं कर सकते. इसे लेकर उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी किया है.

शिक्षक याचिकाकर्ता ने स्कूल पर धकाने का लगाया आरोप (ETV Bharat)

भोजशाला मामले में शिक्षक पर कार्रवाई
इंदौर हाई कोर्ट में पिछले दिनों भोजशाला के मामले में ASI रिपोर्ट पर सुनवाई होनी थी, लेकिन मामला सुप्रीम कोर्ट के समक्ष होने के कारण इंदौर हाई कोर्ट में सुनवाई नहीं हुई. वहीं इंदौर हाई कोर्ट में भोजशाला मामले में याचिका दायर करने वाले कुलदीप तिवारी जो की मूलतः लखनऊ के रहने वाले हैं. वह जिस स्कूल में पढ़ाते थे, उन्हें वहां से भी हटा दिया गया.

शिक्षक ने कई अन्य मामलों में भी लगाई है याचिका
स्कूल से हटने के मामले में कुलदीप तिवारी का कहना है कि, "स्कूल प्रबंधन ने उन्हें इसलिए निकाला क्योंकि स्कूल प्रशासन को उनके धार्मिक चिंह पहन स्कूल आने और पढ़ाने पर आपत्ति थी. उन्होंने भोजशाला, काशी ज्ञानवापी सहित सार्वजनिक स्थानों पर अवैध निर्माण के खिलाफ कोर्ट में पिटीशन डाली है. उन पर याचिकाओं को वापस लेने के लिए स्कूल संचालक और प्रबंधन दबाव था. जब मैंने कोई भी याचिका वापस नहीं ली तो मुझ पर एक्शन लिया गया. स्कूल प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि, जब तक आप याचिका वापस नहीं लेते हैं तब तक स्कूल ना आएं.''

DHAR BHOJSHALA TEACHER PETITIONER
सिटी मोंटेसरी स्कूल का स्पष्टीकरण (ETV Bharat)

यहां पढ़ें...

धार भोजशाला सर्वे: ASI की रिपोर्ट पर एमपी हाईकोर्ट में नहीं हो सकी सुनवाई, अब नजरें सुप्रीम कोर्ट पर

भोजशाला सर्वे में बड़ी संख्या में मिले सनातनी अवशेष, सर्वे से नाराज मुस्लिम समाज ने दी विरोध की चेतवानी

शिक्षक ने यूपी सरकार से की शिकायत, स्कूल ने दी सफाई

कुलदीप तिवारी यूपी के एक निजी स्कूल में बच्चों को पढ़ाते थे. उन्होंने धार भोजशाला को लेकर याचिका दायर की थी. उन्होंने पूरे मामले की जानकारी उत्तर प्रदेश सरकार के साथ ही कई अन्य संस्थाओं से की है और फिलहाल सुनवाई का इंतजार है. कुलदीप तिवारी का कहना है कि वो काफी परेशान हैं.

वहीं, ईटीवी भारत के सामने लखनऊ के स्कूल ने अपना पक्ष रखा है. स्कूल का कहना है कि " स्कूल की प्रतिष्ठा को निराधार आरोपों द्वारा धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया गया है."

इंदौर: भोजशाला को लेकर इंदौर हाई कोर्ट में याचिका दायर करने वाले कुलदीप तिवारी का आरोप है कि उन्हें इन दिनों धमकियां मिल रही हैं. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के स्कूल से उनकी नौकरी चली गई, वो खुद ट्रेन पकड़ वापस मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर लौट आए हैं. मगर विवाद लगातार पीछे पीछे चल रहा है और इनसे मुक्ति नहीं मिल रही. कुलदीप का कहना है कि उन्हें धमकी मिल रही है कि जब तक आप याचिका वापस नहीं लेंगे तब तक स्कूल में काम नहीं कर सकते. इसे लेकर उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी किया है.

शिक्षक याचिकाकर्ता ने स्कूल पर धकाने का लगाया आरोप (ETV Bharat)

भोजशाला मामले में शिक्षक पर कार्रवाई
इंदौर हाई कोर्ट में पिछले दिनों भोजशाला के मामले में ASI रिपोर्ट पर सुनवाई होनी थी, लेकिन मामला सुप्रीम कोर्ट के समक्ष होने के कारण इंदौर हाई कोर्ट में सुनवाई नहीं हुई. वहीं इंदौर हाई कोर्ट में भोजशाला मामले में याचिका दायर करने वाले कुलदीप तिवारी जो की मूलतः लखनऊ के रहने वाले हैं. वह जिस स्कूल में पढ़ाते थे, उन्हें वहां से भी हटा दिया गया.

शिक्षक ने कई अन्य मामलों में भी लगाई है याचिका
स्कूल से हटने के मामले में कुलदीप तिवारी का कहना है कि, "स्कूल प्रबंधन ने उन्हें इसलिए निकाला क्योंकि स्कूल प्रशासन को उनके धार्मिक चिंह पहन स्कूल आने और पढ़ाने पर आपत्ति थी. उन्होंने भोजशाला, काशी ज्ञानवापी सहित सार्वजनिक स्थानों पर अवैध निर्माण के खिलाफ कोर्ट में पिटीशन डाली है. उन पर याचिकाओं को वापस लेने के लिए स्कूल संचालक और प्रबंधन दबाव था. जब मैंने कोई भी याचिका वापस नहीं ली तो मुझ पर एक्शन लिया गया. स्कूल प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि, जब तक आप याचिका वापस नहीं लेते हैं तब तक स्कूल ना आएं.''

DHAR BHOJSHALA TEACHER PETITIONER
सिटी मोंटेसरी स्कूल का स्पष्टीकरण (ETV Bharat)

यहां पढ़ें...

धार भोजशाला सर्वे: ASI की रिपोर्ट पर एमपी हाईकोर्ट में नहीं हो सकी सुनवाई, अब नजरें सुप्रीम कोर्ट पर

भोजशाला सर्वे में बड़ी संख्या में मिले सनातनी अवशेष, सर्वे से नाराज मुस्लिम समाज ने दी विरोध की चेतवानी

शिक्षक ने यूपी सरकार से की शिकायत, स्कूल ने दी सफाई

कुलदीप तिवारी यूपी के एक निजी स्कूल में बच्चों को पढ़ाते थे. उन्होंने धार भोजशाला को लेकर याचिका दायर की थी. उन्होंने पूरे मामले की जानकारी उत्तर प्रदेश सरकार के साथ ही कई अन्य संस्थाओं से की है और फिलहाल सुनवाई का इंतजार है. कुलदीप तिवारी का कहना है कि वो काफी परेशान हैं.

वहीं, ईटीवी भारत के सामने लखनऊ के स्कूल ने अपना पक्ष रखा है. स्कूल का कहना है कि " स्कूल की प्रतिष्ठा को निराधार आरोपों द्वारा धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया गया है."

Last Updated : Jul 25, 2024, 8:25 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.