देवास: देवास जिले की सतवास थाना पुलिस ने जंगली जानवरों के अंगों की तस्करी करने वाले गिरोह को गिरफ्तार किया है. गिरोह के 5 लोगों को गिरफ्तार कर इनसे बंदूकों के साथ ही तेंदुए की खाल और नाखून बरामद किए गए हैं. ये गिरोह नर्मदा नदी के किनारे घने जंगलों में रहने वाले वन्य जीवों को अवैध हथियारों से शिकार करते थे. पुलिस ने तस्करों से पूछताछ कर रही है. साथ ही इनके पूरे नेटवर्क के बारे में जानकारी ली जा रही है.
नर्मदा नदी के किनारे घने जंगल में करते थे शिकार
एडीशनल एसपी जयवीर भदौरिया ने बताया "ये तस्कर जयंती माता जंगल के कच्चे रास्ते से ग्राम भाटबर्डी की ओर बंदूकों के साथ तेंदुए की खाल और नाखून बेचने के लिए निकले थे. नर्मदा नदी के किनारे घने जंगलों में वन्य जीवों को मारकर ये गिरोह तस्करी करता है. सूचना मिलने पर थाना प्रभारी सतवास बीडी बीरा ने टीम के साथ मौके पर दबिश दी. पुलिस ने मौके से 3 आरोपियों को पकडकर सख्ती से पूछताछ की." आरोपियों ने बताया "उन्होंने बंदूकें रामनिवास बछानिया नामक व्यक्ति से खरीदी थीं."
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तस्करों से 6 बंदूकों के साथ कई हथियार बरामद
आरोपियों ने बताया कि अवैध रूप का सामान मुर्तजा उपलब्ध कराया है. इसके बाद पुलिस ने इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया. तस्करों के खिलाफ धारा 9,11, 39, 50, 51, 52 वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, धारा 25(1)(A)(A) आयुध अधिनियम, धारा 5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं- मुंशीराम उर्फ गप्पू, रेदू उर्फ दुवाल, मल सिंह उर्फ मालू, धर्मेन्द्र पिता हरचंद भुसारिया, कुलदीप. ये सभी देवास जिले के आसपास के रहने वाले हैं. तस्करों से 6 अवैध बंदूकें, 3 मोटरसाइकल के साथ ही कई प्रकार के हथियार बरामद किए गए हैं.