देवास: नवरात्रि के अवसर पर देवास स्थित माता टेकरी बड़ी माता तुलजा भवानी और छोटी माता चामुंडा भवानी के दर्शन करने श्रद्धालुओं का भीड़ उमड़ रहा है. नवरात्रि की शुरुआत से पूरे 9 दिन तक लोगों की यहां भारी भीड़ लगी रहती है. बताया जाता है कि इंदौर, भोपाल, उज्जैन सहित दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों से भी श्रद्धालु यहां माता के दर्शन करने पहुंचते हैं.
चामुंडा माता मंदिर के विशेष मान्यताएं
चामुंडा माता मंदिर पूरे देश में प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. बताया जाता है कि माता टेकरी बड़ी माता तुलजा भवानी और छोटी माता चामुंडा भवानी का यह रक्तबीज स्थल है, जो माता के शक्तिपीठ में से एक है. बताया जाता है कि यहां उज्जैन के राजा भर्तहरि ने कभी तपस्या की थी. शूरवीर सम्राट पृथ्वीराज चौहान के सेनापति वरदाई ने अपने जीवन के आखिरी वर्ष यहां बिताए थे.
दिन में 3 बार माता बदलती हैं अपना स्वरूप
पुजारी महेश नाथ ने बताया, " दिन भर में माता चामुंडा 3 बार अपना स्वरूप बदलती है. नवरात्रि में यहां लाखों लोग दर्शन करने पहुंचते हैं. बड़ी माता तुलजा भवानी और विशाल स्वरूप में छोटी माता चामुंडा के दर्शन करने मात्र से मनोकामना पूर्ण होती है. जिन महिलाओं के बच्चे नहीं होते हैं, उन्हें छोटी माता चामुंडा के आशिर्वाद से संतान सुख भी प्राप्त होता है."
नवरात्रि पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था
नवरात्रि के अवसर पर दूर-दूर से लोग मां के दर्शन करने देवास पहुंचते हैं. अपनी मनोकामना पूरी होने पर श्रद्धालु माता को हलवा पूरी का भोग लगाते है. इस अवसर पर शहर के विभिन्न धार्मिक संस्था बड़े मंच लगाकर प्रसाद वितरण करते हैं. वहीं, नवरात्र में भीड़ को देखते हुए विशेष सुरक्षा की व्यवस्था की गई. जगह-जगह पर सीसीटीवी लगाए गए हैं और बड़ी संख्या में जिला प्रशासन और पुलिस तैनात की गई है.