देवास। देवास के सीएमएचओ कार्यालय में हुए 4 करोड़ 26 लाख के गबन मामले में कोतवाली थाने पर एफआईआर दर्ज की गई है. अतिरिक्त कलेक्टर अभिषेक शर्मा ने प्रकरण दर्ज करवाया. एफआईआर में डॉ.एमपी शर्मा, प्रकाश साठे, पंकज गुर्जर, डॉ.विष्णुलता उइके, रवि वर्मा, अश्विन सूर्यवंशी, अंकित घाडगे, योगेश कहार, डॉ.कैलाश कल्याणे को आरोपी बनाया गया है. बता दें इस केस में 1 करोड़ 32 लाख रुपये की राशि वसूली जा चुकी है. मामले की जांच में पुलिस जुटी है.
करीब 78 एकाउंट्स में राशि हुई ट्रांसफर
मामले के अनुसार करीबन 76 बैंक अफाउंट्स में राशि ट्रांसफर की गई. देवास कोतवाली थाने में 9 लोगों को आरोपी बनाते हुए कुल 4 करोड़ 26 लाख की राशि के अनियमित भुगतान को लेकर मामला दर्ज करवाया गया है. प्रथम दृष्टया कोतवाली थाने में प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. जिसमें गबन की राशि में से 01 करोड़ 32 लाख रुपए की राशि वसूली जा चुकी है. बता दें कि कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने जांच रिपोर्ट आने के बाद पहले रुपये वसूलने का काम करवाया. उसके बाद बारीकी से जांच कर अब रिपोर्ट दर्ज की है.
ये खबरें भी पढ़ें... बैंक से 1 करोड़ से ज्यादा गायब करने वाले मैनेजर को पुलिस ने जबलपुर से पकड़ा |
कितने अधिकारी व कर्मचारी जांच के घेरे में
दरअसल, स्वास्थ विभाग में हुए भ्रष्टाचार के मामले में करीब 76 अधिकारी-कर्मचारी जांच के घेरे में हैं. जिला अस्पताल के सीएमएचओ कार्यालय में 5 वर्ष में ये घोटाला हुआ. पिछले दिनों भ्रष्टाचार के मामले में संभागीय कार्यालय कोष उज्जैन द्वारा जांच रिपोर्ट कलेक्टर ऋषव गुप्ता को सौंपी गई थी. पिछले 19 दिन से इस विषय को लेकर कलेक्टर द्वारा बारीकी से जांच की जा रही थी कि किन-किन लोगों के खातों में राशि डाली गई. विभिन्न बिंदूओं पर जांच जा रही थी. इस मामले में कलेक्टर ऋषव गुप्ता का कहना है कि मामले की जांच जारी है.