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वाल्मिकी आश्रम का दर्शन करने गए भक्तों की गाड़ी बाढ़ की तेज धारा में फंसी, देखिए किस तरह हुआ रेस्क्यू - Bagaha flood

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jul 22, 2024, 10:07 PM IST

Live Rescue Operation : इंडो नेपाल सीमा पर त्रिवेणी संगम के नजदीक अवस्थित वाल्मीकि आश्रम का दर्शन करने गए भक्त उस समय मुश्किल में पड़ गए जब उनकी गाड़ी तमसा नदी में अचानक आई बाढ़ की तेज धारा में फंस गई. हालांकि सीमा पर तैनात एसएसबी और स्थानीय लोगों की मदद से बोलेरो को काफी मशक्कत के बाद ट्रैक्टर की सहायता से बाहर खींचकर निकाला गया. पूरी खबर विस्तार से पढ़ें.

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बाढ़ की तेज धारा में फंसी गाड़ी. (Etv Bharat)
बाढ़ की तेज धारा में फंसी गाड़ी का देखें वीडियो. (Etv Bharat)

पश्चिम चंपारण (बगहा) : सावन की पहली सोमवारी के मौके पर लोग विभिन्न शिवालयों में पूजा अर्चना करने पहुंचे. इसी क्रम में उत्तरप्रदेश के महाराजगंज जिला अंतर्गत निचलौल से 9 श्रद्धालु एक बोलेरो में सवार होकर इंडो नेपाल सीमा पर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के घने जंगल में अवस्थित जटाशंकर और कौलेश्वर शिव मंदिर में जलाभिषेक व पूजा अर्चना करने पहुंचे.

बगहा के बाढ़ में फंसी कार : यहां से सभी श्रद्धालु त्रिवेणी संगम से सटे तमसा नदी किनारे अवस्थित नेपाल चितवन जिला अंतर्गत वाल्मीकि आश्रम का दर्शन भ्रमण करने गए. इसी दौरान वाल्मीकीनगर में तेज बारिश शुरू हो गई. बारिश आने के उपरांत तमसा नदी में अचानक बाढ़ आ गई और पानी का बहाव तेज हो गया. जब श्रद्धालु वाल्मीकि आश्रम से लौटने लगे तो उनकी गाड़ी पानी की तेज धारा में फंस गयी. बताया जा रहा है कि गाड़ी में चालक समेत 9 लोग बैठे थे, जिसमें 5 पुरुष और चार महिलाएं थीं.

रेस्क्यू करते जवान.
रेस्क्यू करते जवान. (Etv Bharat)

घंटों मशक्कत के बाद हुआ रेस्क्यू : गाड़ी नदी की तेज धारा में फंसते ही उसमें बैठे श्रद्धालु चिल्लाने लगे. उनकी चीख पुकार सुन 21 वीं बटालियन के एसएसबी जवान मौके पर पहुंच गए और फिर स्थानीय लोगों की मदद से ट्रैक्टर की सहायता से गाड़ी को खींचकर बाहर निकालने की कोशिश में जुट गए. घंटों मशक्कत के बाद श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया गया. यदि समय रहते भक्तों का रेस्क्यू नहीं हुआ रहता तो तेज बहाव के कारण बोलरो गंडक नदी में चली जाती और एक बड़ा हादसा हो गया रहता.

श्रद्धालुओं को निकाला गया सुरक्षित.
श्रद्धालुओं को निकाला गया सुरक्षित. (Etv Bharat)

''नदी में अचानक अत्यधिक मात्रा में आए पानी के तेज बहाव में वाहन व वाहन में बैठे लोग फंस गए. महिलाओं ने चीखना चिल्लाना शुरू कर दिया. जिसे सुनकर निकतवर्ती 21वीं बटालिन के एफ समकाय के जवानों द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए वाहन सहित सभी यात्रियों को सकुशल सुरक्षित नदी से बाहर निकाल लिया गया.''- अश्विनी कुमार, कार्यवाहक कमाडेंट, एसएसबी 21वीं बटालिन

ट्रैक्टर से बोलेरो का हुआ रेस्क्यू
ट्रैक्टर से बोलेरो का हुआ रेस्क्यू (ETV Bharat)

वाहन जाने का एक मात्र रास्ता : बता दें कि नेपाल के चितवन निकुंज स्थित वाल्मीकि आश्रम तक चारपहिया वाहन से जाने का एक मात्र रास्ता वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जटाशंकर मंदिर के बगल से होकर गुजरता है. वाल्मिकी आश्रम जाने के लिए कच्ची सड़क के रास्ते जाकर तमसा नदी को पार करना पड़ता है. इसी तमसा नदी किनारे एसएसबी का एक बीओपी भी है. ऐसे में नेपाल यूपी और बिहार के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिदिन सैकड़ों सैलानी वाल्मीकि आश्रम का दर्शन करने पहुंचते हैं.

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बाढ़ की तेज धारा में फंसी गाड़ी का देखें वीडियो. (Etv Bharat)

पश्चिम चंपारण (बगहा) : सावन की पहली सोमवारी के मौके पर लोग विभिन्न शिवालयों में पूजा अर्चना करने पहुंचे. इसी क्रम में उत्तरप्रदेश के महाराजगंज जिला अंतर्गत निचलौल से 9 श्रद्धालु एक बोलेरो में सवार होकर इंडो नेपाल सीमा पर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के घने जंगल में अवस्थित जटाशंकर और कौलेश्वर शिव मंदिर में जलाभिषेक व पूजा अर्चना करने पहुंचे.

बगहा के बाढ़ में फंसी कार : यहां से सभी श्रद्धालु त्रिवेणी संगम से सटे तमसा नदी किनारे अवस्थित नेपाल चितवन जिला अंतर्गत वाल्मीकि आश्रम का दर्शन भ्रमण करने गए. इसी दौरान वाल्मीकीनगर में तेज बारिश शुरू हो गई. बारिश आने के उपरांत तमसा नदी में अचानक बाढ़ आ गई और पानी का बहाव तेज हो गया. जब श्रद्धालु वाल्मीकि आश्रम से लौटने लगे तो उनकी गाड़ी पानी की तेज धारा में फंस गयी. बताया जा रहा है कि गाड़ी में चालक समेत 9 लोग बैठे थे, जिसमें 5 पुरुष और चार महिलाएं थीं.

रेस्क्यू करते जवान.
रेस्क्यू करते जवान. (Etv Bharat)

घंटों मशक्कत के बाद हुआ रेस्क्यू : गाड़ी नदी की तेज धारा में फंसते ही उसमें बैठे श्रद्धालु चिल्लाने लगे. उनकी चीख पुकार सुन 21 वीं बटालियन के एसएसबी जवान मौके पर पहुंच गए और फिर स्थानीय लोगों की मदद से ट्रैक्टर की सहायता से गाड़ी को खींचकर बाहर निकालने की कोशिश में जुट गए. घंटों मशक्कत के बाद श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया गया. यदि समय रहते भक्तों का रेस्क्यू नहीं हुआ रहता तो तेज बहाव के कारण बोलरो गंडक नदी में चली जाती और एक बड़ा हादसा हो गया रहता.

श्रद्धालुओं को निकाला गया सुरक्षित.
श्रद्धालुओं को निकाला गया सुरक्षित. (Etv Bharat)

''नदी में अचानक अत्यधिक मात्रा में आए पानी के तेज बहाव में वाहन व वाहन में बैठे लोग फंस गए. महिलाओं ने चीखना चिल्लाना शुरू कर दिया. जिसे सुनकर निकतवर्ती 21वीं बटालिन के एफ समकाय के जवानों द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए वाहन सहित सभी यात्रियों को सकुशल सुरक्षित नदी से बाहर निकाल लिया गया.''- अश्विनी कुमार, कार्यवाहक कमाडेंट, एसएसबी 21वीं बटालिन

ट्रैक्टर से बोलेरो का हुआ रेस्क्यू
ट्रैक्टर से बोलेरो का हुआ रेस्क्यू (ETV Bharat)

वाहन जाने का एक मात्र रास्ता : बता दें कि नेपाल के चितवन निकुंज स्थित वाल्मीकि आश्रम तक चारपहिया वाहन से जाने का एक मात्र रास्ता वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जटाशंकर मंदिर के बगल से होकर गुजरता है. वाल्मिकी आश्रम जाने के लिए कच्ची सड़क के रास्ते जाकर तमसा नदी को पार करना पड़ता है. इसी तमसा नदी किनारे एसएसबी का एक बीओपी भी है. ऐसे में नेपाल यूपी और बिहार के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिदिन सैकड़ों सैलानी वाल्मीकि आश्रम का दर्शन करने पहुंचते हैं.

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