पटना : धार्मिक आस्था और परंपरा के प्रतीक देव दीपावली का पर्व मसौढ़ी में धूमधाम से मनाया गया. कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार 15 नवंबर को श्री राम जानकी ठाकुरबाड़ी मंदिर में 5,100 दीपों की जगमगाहट ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया. जबकि मनीचक मंदिर घाट पर 5,551 दीपों के प्रकाश के साथ भव्य गंगा आरती ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया. हजारों श्रद्धालु इस अलौकिक दृश्य के साक्षी बने.
क्या है मान्यताः पुराणों के अनुसार देव दीपावली की रात सभी देवी देवता पृथ्वी पर आते हैं. पुराणों में इसका काफी महत्व है. कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली के रूप में मनाया जाता है. इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था. इस उपलक्ष्य में लोग दीपदान करते हैं और इसे देवताओं की दिवाली कहते हैं. कार्तिक पूर्णिमा को स्नान और दान का विशेष महत्व है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.
प्रशासन मुस्तैद रहाः मसौढ़ी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु घाट पर पहुंचे थे. मसौढ़ी के अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री राम जानकी ठाकुरबाड़ी और मणिचक घाट पर देव दीपावली कार्यक्रम में शामिल हुए. गंगा आरती पर दीप जलाये और आयोजकों को बधाई दी. इस मौके पर उन्होंने कहा कि ऐसी परंपरा हमारी संस्कृति को सक्षम बनाता है. इस मौके पर एसडीपीओ नव वैभव ने भी लोगों को देव दिवाली की बधायी दी. उन्होंने लोगों से शांतिपूर्वक पर्व मनाने की अपील की.
"हिंदू धर्म में देव दीपावली बड़ी श्रद्धा के साथ मनाई जाती है. आज गंगा आरती करते हुए सभी घाटों पर भव्य रूप से देव दीपावली मनाई जा रही है. सभी आयोजकों को हम अपनी ओर से बधाई देते हैं, जो इस परंपरा को जिंदा रखे हुए हैं."- अमित कुमार पटेल, एसडीओ
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