श्रीनगर: राजकीय संयुक्त उपजिला अस्पताल में पिछले लंबे समय से 5 बेड का आईसीयू वार्ड ठप पड़ा हुआ है. यहां आईसीयू की स्थापना के बाद से ही ये वार्ड काम नहीं कर पा रहा है. जिसके चलते मरीजों को अन्य अस्पताल के लिए रेफर कर दिया जाता है. रेफर करने से मरीजों को भारी पेरशानी और आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसके साथ ही लंबे समय से अस्पताल में जन औषधि केंद्र की भी स्थापना भी नहीं की गई है. जिसके चलते मरीजों को सस्ती जैनरिक दवाएं नहीं मिल पा रही हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि राजकीय संयुक्त उपजिला अस्पताल में ये दोनों सुविधाएं मरीजों को मिल जाती तो उन्हें अन्य शहरों का रुख नहीं करना पड़ता. साथ ही मरीजों को राहत मिलती.लोगों ने इन दोनों महत्वपूर्ण सुविधा सुचारू करने के लिए श्रीनगर विधायक और स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत से मांग उठाई है. स्थानीय निवासी और पूर्व बदरी केदारनाथ मन्दिर समिति के सदस्य जगदीश प्रसाद भट्ट का कहना है कि लंबे समय से उपजिला अस्पताल में मौजूद आईसीयू वार्ड ठप पड़ा हुआ है. बताया कि इसकी स्थापना कोविड महामारी के बाद की गई थी.
लेकिन अब भी ये पूरी तरह से संचालित नहीं हो पाया है, जिसके कारण मरीजों को आईसीयू की सुविधा अस्पताल में नहीं मिल पा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य भर के सभी बड़े सरकारी अस्पतालो में जन औषधि केंद्रों की स्थापना की गई है, लेकिन अस्पताल में लोगों को इस सुविधा से महरूम रखा गया है. अगर जन औषधि केंद्र अस्पताल परिसर में खुल जाता है तो इससे मरीजों को लाभ मिलेगा.
वहीं उपजिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर विमल गुसाईं ने बताया कि उनकी प्राथमिकता है कि जल्द अस्पताल में आईसीयू वार्ड और जन औषधि केंद्र को संचालित किया जाए. उन्होंने कहा कि अस्पताल में मरीजों को लिए ओपीडी सुबह 9 बजे से 3 बजे तक चलाई जाती है. इसके साथ साथ मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल में ही 300 जांचें की जा रही हैं. अस्पताल मरीजों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहेगा, सभी अस्पताल कर्मियों को समय पर आने के निर्देश भी जारी किए गए हैं.
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