नई दिल्ली: दिल्ली के परिवहन विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) प्रशांत गोयल ने मुख्यमंत्री आतिशी को एक आधिकारिक पत्र लिखकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दावों को खारिज कर दिया है. पत्र में कहा गया है कि केजरीवाल द्वारा किए गए दावे, जिसमें उन्होंने यह आरोप लगाया था कि महिला मुफ्त बस यात्रा योजना के मामले में मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ जांच चल रही है, उनकी गिरफ्तारी हो सकती है, पूरी तरह से भ्रामक और गलत हैं.
प्रशांत गोयल ने अपने पत्र में स्पष्ट किया कि परिवहन विभाग ने ऐसा कोई भी जांच आदेश जारी नहीं किया है और न ही इस संबंध में सतर्कता विभाग (विजिलेंस डिपार्टमेंट) से कोई सूचना प्राप्त हुई है. उन्होंने कहा कि यह दावा तथ्यात्मक रूप से गलत और गुमराह करने वाला है. उन्होंने पत्र में लिखा, “परिवहन विभाग द्वारा ऐसी कोई जांच न तो शुरू की गई है और न ही विचाराधीन है. इसके अलावा, सतर्कता विभाग से भी इस मामले में कोई संवाद नहीं हुआ है. अतः इस प्रकार के दावे पूरी तरह से निराधार और भ्रामक हैं.” यह पत्र 26 दिसंबर 2024 को जारी किया गया, जिसमें प्रशांत गोयल ने मुख्यमंत्री आतिशी को संबोधित करते हुए स्थिति स्पष्ट की. पत्र की एक प्रति मुख्य सचिव और सतर्कता विभाग को भी भेजी गई है.
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में सोशल मीडिया और टेलीविजन पर बयान दिया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि महिला मुफ्त बस यात्रा योजना के तहत मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ जांच चल रही है. इस बयान को राजनीतिक स्टंट और ड्रामा बताते हुए प्रशांत गोयल ने इसे सिरे से खारिज कर दिया.
विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटनाक्रम दिल्ली की राजनीति में नए विवाद को जन्म दे सकता है. यह भी स्पष्ट हो रहा है कि केजरीवाल का बयान तथ्यों पर आधारित नहीं था, जिसे अब आधिकारिक तौर पर खारिज कर दिया गया है. मुख्यमंत्री आतिशी और उनकी सरकार ने अभी तक इस पत्र पर कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन प्रशांत गोयल द्वारा लिखे गए इस पत्र ने केजरीवाल के आरोपों की सच्चाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं. दिल्ली की राजनीति में इस मामले ने हलचल मचा दी है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस पर और क्या प्रतिक्रियाएं सामने आती हैं.
ये भी पढ़ें: