कोटा: दिल्ली में अचानक बारिश का पानी बेसमेंट में भर जाने के चलते सिविल सर्विसेज की कोचिंग कर रहे तीन स्टूडेंट्स की मौत का मामला सामने आया था. इसके बाद कोटा में भी नगर निगम ने अभियान चलाकर बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थान, लाइब्रेरी और मेस को बंद करवाया. ऐसे करीब तीन दर्जन संस्थान बंद हुए हैं. दो दर्जन को नगर निगम ने बंद करवाया है, जबकि एक दर्जन स्वत: संचालकों ने ही बंद कर दिए.
नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि दिल्ली हादसे के बाद राज्य सरकार और उच्च अधिकारियों ने बेसमेंट में संचालित गतिविधियों पर निगरानी के निर्देश दिए हैं. इसके बाद अग्निशमन अधिकारी अमजद खान, मोहम्मद अजहर खान, सहायक अग्निशमन अधिकारी सीता चोपदार के नेतृत्व में अग्निशमन अधिकारियों और कार्मिकों की टीम बनाई है.
राकेश व्यास ने बताया कि बीते दो से तीन दिनों में लगातार हम लैंडमार्क सिटी, कोरल पार्क, जवाहर नगर, इलेक्ट्रॉनिक कॉम्प्लेक्स, राजीव गांधी नगर व तलवंडी सहित अन्य इलाकों में जाकर जांच कर रहे हैं. करीब दो दर्जन जगहों पर अंडरग्राउंड में लाइब्रेरी, कोचिंग और मैस सहित अन्य गतिविधि चल रही थीं. ऐसे में त्वरित रूप से इन पर रोक लगवाई गई है.
लाइब्रेरी और कोचिंग में पढ़ रहे बच्चों को अपने हॉस्टल या घर पर जाने के लिए निर्देशित किया गया. उन्हें बाहर निकालने के बाद वहां पर चल रही गतिविधि पर रोक लगा दी है. इनके संचालकों को साफ तौर पर हिदायत दी गई है कि बारिश के पूरे सीजन में इन्हें बंद रखा जाए. सभी को नोटिस जारी कर रहे हैं. इसके अलावा एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर स्वतः ही लाइब्रेरी और कोचिंग बंद हो गए हैं. हमारा यह अभियान अभी भी जारी है. इसको लेकर टीम लगातार अलग-अलग एरिया में जा रही है.