पटना: दिल्ली की एक कोचिंग संस्थान की लाइब्रेरी में तीन छात्रों की दर्दनाक मौत हुई. यह हादसा सभी को झकझोर कर रख दिया है. दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद पटना में भी प्रशासन ने कोचिंग सेंटरों की जांच शुरू हो गई है. जिनमें कई कोचिंग संस्थानों में खामियां पाई गई. इसको लेकर बिहार सरकार अलर्ट हो गई है. राजधानी पटना के तमाम कोचिंग संस्थानों के मानकों की जांच की जा रही है. कई कोचिंग संस्थानों का जांच में काफी कमियां पाई गई.
एक महीने में दुरुस्त करें कोचिंग: पटना के कोचिंग में पदाधिकारियों के द्वारा निरीक्षण करने के दौरान कोचिंग संचालकों में हड़कंप मच गया. इसके बाद पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बुधवार को डीएम कार्यालय स्थित हिंदी भवन में तमाम कोचिंग संचालक और जिला प्रशासन के बीच बैठक की गई. जिलाधिकारी ने कि सभी कोचिंग संचालकों को कोचिंग का रजिस्ट्रेशन कराना होगा. वहीं कोचिंग संचालकों ने एक महीने का समय मांगा. जिसे डीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि एक महीने में अगर मानक पूरे नहीं होते हैं तो कार्रवाई की जाएगी.
तीन हजार से ज्यादा कोचिंग सेंटर: बता दें कि राजधानी पटना में लगभग 3000 कोचिंग संस्थान हैं. जिसमें कई कोचिंग संस्थानों का रजिस्ट्रेशन भी नहीं है. कई कोचिंग संस्थान की बात करें तो कोचिंग में आने और जाने का रास्ता काफी सकरा है. हालत ये है कि कोचिंग में क्षमता से अधिक छात्र-छात्राएं भी बैठते हैं.
"तमाम कोचिंग संचालकों के साथ बैठक की गई थी. कोचिंग संचालन के मानक को पूरा करने का निर्देश दिया गया है. एक महीने की मोहलत दी गई है. इसके बावजूद मानक को पूरा नहीं किया जाता है तो वैसे कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई की जाएगी." -डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह पटना जिलाधिकारी
कोचिंग बंद होने से छात्र परेशान: पटना का भीखना पहाड़ी इलाका कोचिंग संस्थानों का हब माना जाता है. इस इलाके के अधिकांश कोचिंग संचालक अपने कोचिंग को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिए हैं और गेट पर पोस्टर चस्पा कर दिए हैं. ऐसा इसलिए ताकि जब जांच की टीम आए तो गेट बंद मिले और जांच की निरीक्षण ना कर पाए. जांच टीम जब पहुंच रही है तो संस्थान संचालन के मानक के अनुरूप नहीं मिल रहे हैं और यह बात संस्थान के बच्चों को भी पता चल जा रही है.
जांच रिपोर्ट 15 दिन में डीएम को सौंपी जाएगी: एसडीएम खांडेकर श्रीकांत कुंडलिक ने बताया कि डीएम के निर्देश के आधार पर निरीक्षण किया जा रहा है. मानक के अनुरूप कोचिंग संस्थान नहीं मिल रहे हैं तो उसका रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है. जितने भी कोचिंग संस्थानों का उन्होंने निरीक्षण किया है सब का रिपोर्ट तैयार हो रहा है और उनकी कोशिश है कि 15 दिन में सभी कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण कर लें.
बिहार की तान्या सोनी की मौत: बीते 27 जुलाई को दिल्ली के राजेन्द्र नगर में राउज कोचिंग संस्थान में बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी. इसमें से बिहार के औरंगाबाद की तान्या सोनी की भी मौत हो गई थी. मौत के बाद से दिल्ली में सिसायी बवाल मचा है. इसके बाद देश के तमाम कोचिंग सेंटर पर सवाल उठने लगे.
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