नई दिल्ली: दिल्ली के कंझावला डीएम ऑफिस में राष्ट्रीय मतदाता दिवस के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में लोगों को आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में मतदान करने के लिए शपथ भी दिलाई गई. इस कार्यक्रम के माध्यम से विशेषकर युवा वर्ग को मतदान के प्रति जागरूक किया गया और सभी को वोट की ताकत और उनके वोट अधिकार के बारे में जागरूक किया गया.
इस अवसर पर अर्जुन अवार्डी सरिता मोर के साथ खोखो टीम की कप्तान रहीं और अर्जुन अवॉर्डी नसरीन शेख मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहीं. साथ ही इस मौके पर कई प्रस्तुतियां के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया.
चुनाव के मद्देनजर एजेंसियां एक्टिव: दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी एजेंसियां एक्टिव मोड में है. दिल्ली में ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान केंद्र पर पहुंचें इसको लेकर जागरूकता कार्यक्रम भी किए जा रहे हैं. इसी को लेकर दिल्ली के उत्तर पश्चिम जिला प्रशासन की ओर से राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर सभी को मतदान करने के लिए शपथ दिलाई गई. दरअसल 25 जनवरी को देशभर में 15वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया गया. इसको लेकर देशभर में निर्वाचन आयोग की ओर से लोगों के बीच में वोटिंग के प्रति जागरूकता पैदा करने के मकसद से कई कार्यक्रम आयोजित किए गए.
सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए जागरूकता: इसी फेहरिस्त में दिल्ली के कंझावला डीएम ऑफिस में राष्टीय मतदाता दिवस के अवसर पर एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर अर्जुन अवार्डी सरिता मोर के साथ खोखो टीम की पूर्व कप्तान और अर्जुन अवॉर्डी नसरीन शेख मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहीं. इस दौरान जहां एक ओर सांस्कृतिक कार्यक्रम ने उपस्थित लोगों का मनोरंजन किया तो वहीं दूसरी ओर लोगों को खासतौर पर युवा वर्ग को मतदान के प्रति जागरूक किया गया और सभी को एक वोट की ताकत और उनके वोट अधिकार के बारे में बताया गया. इस कार्यक्रम में जितना महत्व गणतंत्र दिवस के मनाने का बताया गया, वहीं दूसरी तरफ चुनाव में एक वोट की क्या अहमियत होती है वो भी मतदाताओं को बताया गया.
वोटिंग के लिए हस्ताक्षर अभियान: इस रंगारंग कार्यक्रम में कई सांस्कृतिक झलकियां पेश की गईं, जिसे वहां मौजूद लोगों ने खूब सराहा. कार्यक्रम के माध्यम से डीएम अंकिता आनंद ने सभी लोगों को वोट के लिए जागरूक किया और वोट से मिलने वाले महत्व को भी लोगो से सांझा किया. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें वोट देना बहुत जरूरी है, हमें अपने देश का नेता चुनने का अधिकार है, लेकिन यह तभी संभव हो पाएगा, जब हम वोट करने के लिए घर से बाहर निकलेंगे. इस मौके पर वोटिंग के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया.
निर्वाचन आयोग का गठन कब किया गया? उल्लेखनीय है, कि राजधानी दिल्ली में चुनावी माहौल है, और आगामी 5 फरवरी को मतदान किए जाएंगे. इसलिए भी नए वोटर्स खासतौर पर युवा वर्ग के लिए इस तरह के कार्यक्रम कराना बेहद जरूरी है, ताकि वह अपने वोट की कीमत को समझ सकें. ऐसे में अब देखना यह होगा कि शासन और प्रशासन की इस तरह की तमाम कोशिशें और लोगों को वोट के लिए जागरूक करने के बाद भी सरकार की मेहनत कितना रंग लाती है. गौरतलब है कि विगत 26 जनवरी 1950 से एक दिन पूर्व 25 जनवरी को निर्वाचन आयोग का गठन किया गया था, और उसी उपलक्ष्य में 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है.