दौसा/जयपुर. जिले की दो जुड़वा बहनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने माता-पिता का तबादला करने के लिए ड्राइंग बनाकर एक प्रार्थना पत्र लिखा है. पत्र में दोनों बहनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माता-पिता का तबदला जयपुर के जगतपुरा में करने के बात लिखी है. वहीं, दोनों जुड़वा बहनों का प्रार्थना पत्र अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
दरअसल, दोनों जुड़वा बहनों अर्चिता और अर्चना के माता-पिता सरकारी नौकरी में हैं. दोनों बहनें फिलहाल अपने चाचा-चाची के पास दौसा जिले के बांदीकुई उपखंड में रहती हैं. पिता एएओ और मां टीचर हैं. जुड़वा बहनों ने बताया कि माता-पिता ने हमारी पढ़ाई के लिए कुछ साल पहले जयपुर में एक फ्लैट खरीदा था, लेकिन माता-पिता की ड्यूटी अलग-अलग जगह होने के कारण दोनों बहनें जयपुर नहीं जा सकीं. ऐसे में जुड़वा बहनें अर्चिता और अर्चना अपनी चाची के पास बांदीकुई रहकर दिल्ली पब्लिक स्कूल से पढ़ाई कर रही हैं. दोनों कक्षा सात की छात्राएं हैं. माता-पिता खुद एक-दूसरे से 130 किलोमीटर दूर ड्यूटी कर रहे हैं. बेटियों के भविष्य को लेकर चिंतित दोनों दंपती खुद अलग-अलग रहकर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं.
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जुड़वा बहनों ने बताया कि उनके पिता देवपाल मीणा चौहटन पंचायत समिति में सहायक लेखाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. वहीं, मां हेमलता कुमारी मीणा बालोतरा जिले के समदड़ी में स्थित देवड़ा ब्लॉक की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में लेवल-2 हिंदी संकाय की अध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं. ऐसे में दोनों की नौकरियां एक-दूसरे से 130 किलोमीटर दूरी पर स्थित है.
तबादले के लिए कई नेताओं के काटे चक्कर : जुड़वा बहन अर्चना और अर्चिता ने बताया कि पापा मम्मी के जयपुर में तबादले के लिए कई बार नेताओं के यहां गुहार लगाई गई, लेकिन किसी भी नेता का दिल नहीं पसीजा और आज दोनों बेटियां अपने माता-पिता के साथ रहकर पढ़ाई करने की इच्छा को मन में ही मार कर बैठी है, जिसके चलते अब दोनों बहनों ने मायूस होकर एक दिन एक ड्राइंग बनाई, जिसमें अर्चिता ने माता-पिता का चित्र बनाते हुए उस ड्राइंग में अपने परिवार की वस्तु स्थिति का चित्रण किया है.
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क्या लिखा है प्रार्थना पत्र में : इसके बाद अर्चना ने उसी पेपर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक पत्र लिखा है, जिसमें उसने स्पष्ट रूप से कहा है कि हम दोनों बहनों की उम्र 12 साल है. हम बांदीकुई में चाचा-चाची के पास रहकर कक्षा 7वीं में पढ़ाई करते हैं. मेरे पापा मम्मी दोनों एक दूसरे से 130 किलोमीटर दूरी पर नौकरी करते हैं. दोनों का तबादला अलग-अलग होने की वजह से हम जयपुर में शिफ्ट नहीं हो पा रहे है. हमें उनकी बहुत याद आती है.
मम्मी-पापा के बिना हमारा पढ़ाई में भी मन नहीं लगता. इसलिए हम चाहते है कि हमारे माता-पिता का स्थानांतरण जयपुर हो जाए, जिससे हम उनके साथ रहकर पढाई कर सकें. उन्होंने पत्र में लिखा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई अभियान जैसे बेटी पढ़ाओ, बेटी बढ़ाओ, सुकन्या समृद्धि योजना आदि सुने और देखे हैं. हमें उनसे बहुत प्रेरणा मिली है. ऐसे में हम भी अपने माता-पिता का नाम ऊंचा करना चाहते हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा पत्र : वहीं, दोनों जुड़वा बहनों का ये पत्र चित्रण एक्स (ट्विटर) सहित सभी मीडिया प्लेटफार्म पर जमकर वायरल हो रहा है. अब देखने वाली बात होगी कि क्या सोशल मीडिया का यह वायरल फोटो जो अर्चना और अर्चिता ने बनाया है, प्रधानमंत्री तक ये गुहार पहुंच पाएगी या नहीं.
सरकार को बनानी चाहिए पॉलिसी : वहीं, शिक्षक संगठन रेसला के प्रदेश महामंत्री डॉ. अशोक जाट ने कहा कि शिक्षा विभाग में तबादले एक बड़ा मैटर है. अब दो बालिकाओं ने अपने माता-पिता के ट्रांसफर के लिए पीएम तक से गुहार लगाई है. ऐसे कई उदाहरण शिक्षा विभाग में देखने को मिलेंगे, जहां माता-पिता सरकारी सेवा में है और अपने बच्चों से कई किलोमीटर दूर रह रहे हैं. ऐसे मामलों में सरकार को संज्ञान लेना चाहिए. यदि सरकारी सेवा में पति-पत्नी दोनों कार्यरत हैं तो ऐसे प्रकरणों में दोनों एक ही जगह पर नौकरी कर सकें, ऐसी पॉलिसी बनानी चाहिए, ताकि बच्चों की अच्छी परवरिश हो सके.