दमोह लोकसभा सीट की रहली विधानसभा के सगौनी बुंदेला मतदान केंद्र क्रमांक 254 में दूल्हे ने बारात रवाना होने के पहले किया मतदान
- रहली विधानसभा के गढ़ाकोटा नगर में दूल्हे ने पहले मतदान किया फिर घोड़ी पर चढ़ा.
- दमोह बीजेपी प्रत्याशी राहुल सिंह ने पत्नी के साथ डाला वोट.
- कांग्रेस प्रत्याशी तरवर सिंह लोधी बंडा क्षेत्र के पड़वार गांव में पत्नी के साथ मतदान किया.
- ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान के प्रति उत्साह
- रजपुरा सेक्टर के ढूला मतदान केंद्र पर 60 प्रतिशत से अधिक मतदान.
- कुल मतदाता 300 में से 200 मतदाता अभी तक कर चुके मतदान.
- दमोह विदाई से पहले दुल्हन ने मतदान केंद्र जाकर किया मतदान.
- मडियादो के मतदान केंद्र 25 पर विदाई से पहले दुल्हन सोनाली सोनी मतदान किया.
- दमोह के पथरिया में सबसे कम 10.17 प्रतिशत मतदान हुआ
- दमोह विधानसभा के बजरिया वार्ड 2 के मतदान केंद्र क्रमांक 93 की मशीन बदली गई. मतदान प्रक्रिया फिर से हुई शुरू.
- दमोह जिले की चार विधानसभा सीटों दमोह, पथरिया, हटा और जबेरा में सुबह 9:00 बजे तक औसत 13. 94% मतदान हुआ.
- दमोह लोकसभा की सभी सीटों पर मतदान की प्रक्रिया जारी.
- मंगल वार्ड नंबर 4 के मतदान केंद्र में मतदान करने पहुंचे जयंत मलैया ने मतदान शुरू न होने पर अधिकारियों को लगाई फटकार.
- इसके बाद जयंत मलैया ने किया मतदान.
- बजरिया वार्ड नंबर 02 सुभाष वार्ड के मतदान केंद्र 93 में ईवीएम मशीन खराब होने से मतदान रोका गया.
- मडियादो क्षेत्र के वनांचल घोघरा मतदान केंद्र में 5 किमी तक का सफर तय कर मतदान करने पहुंचे मतदाता.
- दूल्हा तुलसीराम सादे कपड़ों में पहुंचे मतदान करने. 90 वर्ष की राम रानी पटेल ने भी मतदान केंद्र पहुंचकर किया मतदान.
- दमोह विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बासनी में मतदाताओं ने किया चुनाव का बहिष्कार.
दमोह। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद आज 26 अप्रैल को दूसरे चरण की वोटिंग शुरू हो गई है. दूसरे चरण में मध्य प्रदेश की 6 लोकसभा सीटों पर मतदान हो जारी है, जिसमें टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा और होशंगाबाद लोकसभा सीट शामिल हैं. इन लोकसभा सीटों पर सभी प्रत्याशियों ने अपना पूरा जोर लगाया है. वहीं दमोह में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है.
कौन-कौन हैं दमोह से लोकसभा प्रत्याशी ?
भाजपा ने दमोह विधानसभा सीट से विधायक रह चुके राहुल सिंह लोधी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं, कांग्रेस की बात करें तो पार्टी ने बंडा के पूर्व विधायक तरवर सिंह लोधी पर भरोसा जताते हुए टिकट दिया है. भाजपा ने दो बार सांसद रह चुके प्रहलाद सिंह पटेल को इस बार टिकट नहीं दिया है, उन्हें विधानसभी चुनाव में उतारा गया था. कभी एक साथ एक ही पार्टी के लिए काम करने वाले राहुल और तरवर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बाजी मारकर विधायक बन गए थे. लेकिन 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के कुछ समय बाद ही दमोह विधायक राहुल लोधी ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव हुए लेकिन फैसला राहुल लोधी के पक्ष में नहीं आया और वह चुनाव हार गए.
क्या कहते हैं जातिगत समीकरण
इस सीट पर जातिगत राजनीति हावी रहती है. लोधी और कुर्मी बाहुल्य सीट होने के कारण ज्यादातर पार्टियां इसी वर्ग के प्रत्याशियों को टिकट देती हैं. इस सीट पर ओबीसी 22.4 फीसदी के आसपास माने जाते हैं. जबकि वैश्य और जैन 7 फीसदी, ब्राह्मण-राजपूत 10 फीसदी, आदिवासी वर्ग 9.6 फीसदी और यादव मतदाता 5.7 फीसदी हैं.
क्या कहते हैं दमोह लोकसभा सीट के आंकड़े
दमोह लोकसभा सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता है. भाजपा इस सीट पर साल 1989 से लगातार चुनावों में जीत का परचम फहरा रही है. इस चुनाव में भी बीजेपी की नजर रिकॉर्ड बनाए रखने पर होगी. वहीं, कांग्रेस अपने वनवास को खत्म करने की सोच रही होगी. दमोह लोकसभा सीट के अंदर 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. जिनमें दमोह, हटा, जबेरा, पथरिया, बड़ा मलहरा, देवरी, रहली और बंडा शामिल हैं. इन 8 विधानसभा सीटों में से 7 सीटों पर भाजपा ने विस चुनाव में जीत हासिल की है और सिर्फ एक सीट की कांग्रेस के खाते में गई है.
2014-2019 के चुनावों का जनादेश
2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रह्लाद सिंह पटेल को चुनावी मैदान में उतारा था. प्रह्लाद ने इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप सिंह को करारी हार दी थी. इस चुनाव में प्रहलाद पटेल को 5,13,079 और महेंद्र प्रताप सिंह को 2,99,780 वोट मिले थे. वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर प्रहलाद सिंह को टिकट दिया था और कांग्रेस ने प्रताप सिंह लोधी को प्रत्याशी घोषित किया था. इस चुनाव में भी प्रहलाद पटेल ने कांग्रेस प्रत्याशी को पटखनी दी. प्रहलाद को 704,524 वोट तो प्रताप सिंह लोधी को 3,51,113 वोट मिले थे. अब देखने वाली बात ये है कि भाजपा अपना किला बचा पाती है या नहीं.