दमोह: देश भर में इन दिनों भाजपा द्वारा सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है. दमोह जिले में 1 लाख नए कार्यकर्ता जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. भाजपा के संगठन के तमाम पदाधिकारी के साथ-साथ कार्यकर्ताओं और विधायकों को भी सदस्यता अभियान की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसी क्रम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने हटा विधायक उमा देवी खटीक पर शासकीय राघवेंद्र हजारी कॉलेज में छात्रों को भाजपा की सदस्यता दिलाने का आरोप लगाया है. विधायक के कॉलेज पहुंचते ही ABVP के सदस्यों ने उनका विरोध किया.
विधायक को कॉलेज में देखकर भड़के छात्र
दरअसल, उमा देवी खटीक अपने बेटे और समर्थकों के साथ हटा कॉलेज में सदस्यता अभियान के संबंध में गई थीं. लेकिन जब इस बात की जानकारी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को लगी तो उन्होंने विधायक का जमकर विरोध किया. जब विधायक ने उन्हें समझाने का प्रयास किया तो छात्र भड़क गए. उन्होंने गेट पर ताला डाल दिया और विधायक वापस जाओ सहित कई तरह के नारे लगाने लगे. इस दरमियान छात्रों की कॉलेज के प्राचार्य पीके ढाका के साथ भी बहस हो गई.
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विधायक ने आरोपों पर दिया जवाब
विद्यार्थी परिषद के सदस्य निखिल रजक ने कहा कि कॉलेज पढ़ाई के लिए है. किसी दल की राजनीति का अड्डा नहीं है. हमने इसी बात को लेकर विरोध किया है.'' कॉलेज का माहौल बिगड़ता देख किसी ने पुलिस को सूचना दे दी. इसके बाद पहुंची पुलिस ने ताला खुलवाया. हालांकि जब मीडिया ने इस संबंध में हटा विधायक उमा देवी खटीक से बात की तो उन्होंने कहा कि "वह कॉलेज का निरीक्षण करने गई थीं". वहीं हटा विधायक के साथ मौजूद रहे
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पीके ढाका ने कहा कि "विधायक हमारी जनप्रतिनिधि हैं. हमें किसी पार्टी के सदस्यता अभियान से कोई लेना देना नहीं है. वह कॉलेज आईं इसलिए कॉलेज का प्राचार्य होने की नाते उन्हें सम्मान देना मेरा दायित्व था और इसलिए मैं उनके पास गया. मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी कि वह कॉलेज में सदस्यता दिलाने के लिए आ रही हैं."