उदयपुर: साइबर ठगी के दो अलग-अलग मामलों में जिले की अम्बामाता थाना पुलिस ने ठगी गई रकम में से 8.23 लाख रुपये की रिकवरी की है. ठगों ने पीड़ित एक व्यक्ति का मोबाइल हैक कर बैंक खाते से आरटीजीएस के जरिए 10 लाख रुपये का ट्रांसफर कर लिए, जबकि दूसरे पीड़ित से खाद-बीज की डीलरशिप देने का झांसा देकर 50 हजार रुपये की ठगी की गई थी.
एसपी योगेश गोयल ने बताया कि अम्बामाता थाना क्षेत्र निवासी पीड़ित अर्पित आमेटा का अज्ञात साइबर हैकर ने मोबाइल हैक कर आरटीजीएस के जरिये उसके बैंक खाते से ऑनलाइन 10 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए. वहीं, एक अन्य पीड़ित लक्ष्मण सिंह द्वारा खाद-बीज की डीलरशिप के लिए गूगल पर सर्च किया था. उसके बाद एक अज्ञात नंबर से उसके पास कॉल आया. कॉल करने वाले ने कंपनी का रिलेशनशिप मैनेजर बता डीलरशिप लेने के लिए उससे 50 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए.
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उन्होंने बताया कि एसएचओ हनवन्त सिंह राजपुरोहित एवं कांस्टेबल राजकमल बिश्नोई द्वारा पीड़ित अर्पित आमेटा के खाते की आरटीजीएस डिटेल प्राप्त कर विभिन्न बैकों के नोडल अधिकारियों से सम्पर्क कर खाते से निकली रकम में से 7 लाख 73 हजार रुपये को होल्ड करवा बदमाशों के खातों से पुनः रिकवर कराए. पीड़ित लक्षमण सिंह के साथ हुए साइबर फ्रॉड के सम्बंध में अनुसंधान में रकम किस बैंक खाते में गई, उसकी डिटेल प्राप्त कर बैंक के नोडल अधिकारियों से सम्पर्क किया गया. फ्रॉड की राशि को होल्ड करवाकर सम्पूर्ण रकम पुनः रिकवर कर पीड़ित को राहत दिलाई गई.
थानाधिकारी हनवंत सिंह राजपुरोहित व साइबर एक्सपर्ट कांस्टेबल राजकमल बिश्नाई ने बताया कि साइबर फ्रॉड से बचने के लिए अपने सोशल मीडिया अकाउंड, जीमेल आईडी, पेटीएम व बैंक यूपीआई के मजबूत पासवर्ड बनाएं और उन्हें बार-बार बदलते रहें. सुरक्षित इंटरनेट कनेक्शन का इस्तेमाल करें. फिशिंग ई-मेल से सावधान रहें. अज्ञात लिंक या पॉप-अप पर क्लिक न करें. सोशल मीडिया पर अपनी जानकारी किसी अनजान व्यक्ति से शेयर न करें. साथ ही अपने डिवाइस को किसी अनजान व्यक्ति के साथ शेयर ना करें.