धर्मशाला: प्रदेश के तीन जिलों में आठ माह में साइबर ठगों ने नौ करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया है. इस संबंध में चार करोड़ की ठगी के मामलों की शिकायत और 5 करोड़ रुपये की ठगी के मामलों की एफआईआर साइबर थाना धर्मशाला में दर्ज हुई हैं.
साइबर थाना धर्मशाला के एएसपी प्रवीण धीमान ने बताया कि, 'साइबर थाना धर्मशाला के अंतर्गत कांगड़ा, चंबा और ऊना जिला आते हैं, इन तीनों जिलों में इस वर्ष अब तक 9 करोड़ रुपये की ठगी लोगों से हो चुकी है. इस साल साइबर ठगों ने कांगड़ा के बैजनाथ में एक व्यक्ति से 85 लाख रुपये की ठगी की है. ये इस साल की सबसे बड़ी ठगी है. ठगों ने पीड़ित व्यक्ति के साथ सोशल मीडिया पर संपर्क कर किसी फर्म निवेश का झांसा दिया था. इसके बाद ठगों ने एक लिंक भेज कर पीड़ित के खाते से 85 लाख रुपये निकाल लिए.'
बच्चों और उम्रदराज को बना रहे निशाना
शातिर ठग बच्चों और उम्रदराज लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं. साइबर ठगों ने अधिकतर मामलों में उम्रदराज लोगों को अपना निशाना बनाया. बच्चों के नाम पर भी साइबर ठगों ने परिजनों से पैसे ऐंठे हैं, लेकिन जागरूक लोगों को साइबर ठग निशाना नहीं बना पा रहे हैं.
ठगी के मामलों में एक करोड़ की रिकवरी
साइबर ठग सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फर्जी निवेश के नाम पर लोगों को लिंक भेज रहे हैं और मोटा मुनाफा होने के लालच दे रहे हैं. लिंक पर क्लिक करते ही साइबर ठग लोगों का खाता साफ कर रहे हैं. बैजनाथ में भी ठगों ने इसी तरहह के निवेश का झांसा पीड़ित को दिया था और उसे 85 लाख की चपत लगा दी थी. साइबर थाना धर्मशाला ने कार्रवाई करते हुए ठगों से एक करोड़ रुपये की रिकवरी भी की है.
ये सावधानियां बरतें
साइबर थाना धर्मशाला के एएसपी प्रवीण धीमान ने बताया कि, 'निवेश के नाम पर सोशल मीडिया पर भेजे रहे किसी भी लिंक पर क्लिक न करें. अब तक साइबर थाना धर्मशाला में 9 करोड़ की ठगी के मामले सामने आ चुके हैं. सोशल मीडिया पर एपीके फाइल और बैंकिंग केवाईसी के नाम लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है. एपीके फाइल को डाउनलोड करते ही फोन हैक हो जाता है. अगर आप कहीं भी निवेश करना चाहते हैं तो डी मेट खाते से ही करें. अगर किसी परिजन से बच्चे के नाम से कोई फोन कॉल आता है और आपसे किसी तरह के पैसों की मांग की जाती है तो पहले अपने बच्चों से संपर्क करें.'
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