मोतिहारीः बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में लोगों ने खंबे से बांधकर एक साधु की पिटाई की. घटना गोविंदगंज थाना इलाके के टिकुलिया गांव की बताई जा रही है. भीड़ के हत्थे चढ़े साधु हाथ जोड़कर लोगों से माफी मांगते रहे लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे. बाद में रिटायर्ड दारोगा की पहल पर लोगों ने साधु को छोड़ा और साधु की जान बच पाई.
बाइक से मामूली ठोकर लगने के बाद भड़के लोगः जानकारी के मुताबिक साधु के वेश में रहनेवाले लालकिशोर गिरि मलाही थाना इलाके के सिरनी मठिया के रहनेवाले हैं. 1 जुलाई को रात के करीब 8 बजे वो बाइक से गोविंदगंज थाना इलाके के टिकुलिया गांव से गुजर रहे थे. उसी दौरान एक व्यक्ति अचानक अपने घर से निकला, जिसके कारण उसे बाइक से हल्की ठोकर लग गयी. जिसके बाद जैसे ही वो आगे बढ़े तो कुछ लोगों ने पीछे से बाइक पकड़कर उन्हें गिरा दिया और मारपीट शुरू कर दी.
खंबे से बांधकर की पिटाईः मौके पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच गये और लालकिशोर गिरि की बेरहमी से पिटाई करने लगे. साधु लोगों से माफी मांगते रहे और जान की दुहाई देते रहे लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था. इतना ही नहीं बाद में साधु को लोगों ने खंबे से भी बांध दिया और पिटाई करते रहे.
रिटायर्ड दारोगा की पहल पर बची जानः शोरगुल सुनकर कुछ स्थानीय लोग आए और बाबा को पहचान लिया.उनलोगों ने बाबा को बचाने की कोशिश भी की, लेकिन पिटाई करनेवाले लोग बाबा को छोड़ने को तैयार नहीं थे. फिर कुछ लोग गांव के ही एक रिटायर्ड दरोगा को बुलाकर मौके पर लाए, जिनकी पहल पर लोगों ने बाबा लालकिशोर को छोड़ा और मुश्किल से उनकी जान बच पायी.
पुलिस ने दर्ज किया केसः भीड़ की हिंसा के शिकार साधु लालकिशोर गिरि ने गोविंदगंज थाने में सात नामजद और करीब बीस अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश में भी जुटी है.
"यह एक गंभीर मामला है.इस संबंध में पीड़ित व्यक्ति ने प्राथमिकी दर्ज करायी है.एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. साथ ही पूरी घटना की जांच भी पुलिस कर रही है." रंजन कुमार, डीएसपी, अरेराज