मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में छात्रा की हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है. शिक्षक ने अपने ही कोचिंग की मैट्रिक की छात्रा को अपना शिकार बनाया था. उसे प्यार के जाल में फंसाया, फिर मैट्रिक में अधिक नंबर दिलाने का झांसा देकर यौन शोषण किया. यह सिलसिला करीब दो साल तक चलता रहा. इसी बीच शिक्षक की शादी दूसरे जगह तय हो गई. शादी की बात छात्रा को पता चली तो उसने विरोध करना शुरू कर दिया. इस पर शिक्षक ने बेरहमी से उसका गला रेत दिया. उसके शव को बगीचे में पत्तों से ढंक दिया.
कोचिंग संचालक पर हत्या का आरोप: पूरा मामला कांटी थाना क्षेत्र का है, जहां 26 जनवरी को पुलिस ने एक छात्रा का शव बरामद किया था. अगले दिन शव की पहचान हुई, मृतका पानापुर थाना क्षेत्र इलाके की रहने वाली थी. मामले में उसके परिजन ने कोचिंग संचालक सह शिक्षक को नामजद आरोपी बनाया था, अब पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी कर ली है. पुलिस पूछताछ में उसने हत्या की बात स्वीकार ली है. मामले में डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद ने बताया कि आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है. उससे पूछताछ की गई है.
"26 जनवरी को छात्रा का शव मिलने के बाद जांच की जा रही थी, जिस दौरान एक कोचिंग के शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है. उससे पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. छात्रा की साइकिल को कोचिंग से बरामद किया गया है."- अभिषेक आनंद, डीएसपी पश्चिमी
कोचिंग में हुआ था प्यार: बताया जा रहा है कि छात्रा कांटी इलाके में ही स्तिथ कोचिंग सेंटर में मैट्रिक की तैयारी कर रही थी. वहां के टीचर से उसकी दोस्ती हो गई. दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. टीचर ने मैट्रिक में नंबर बढ़ा देने की बात बोलकर छात्रा के साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाया. कुछ दिन पहले शिक्षक की शादी दूसरे जगह तय हो गई. इस बात की जानकारी छात्रा को लग गई थी और उसके बाद लड़की लगातार शादी करने का दबाव अपने शिक्षक पर बनाने लगी.
हत्या के तीन दिन पहले रची थी साजिश: छात्रा के दबाव बनाने पर शिक्षक ने उसकी हत्या की साजिश रच दी. हत्या से तीन दिन पहले उसने बाजार से चाकू खरीदा था. तीन दिन बाद जब छात्रा कोचिंग पहुंची तो दोनों के बीच विवाद हुआ. छात्रा कोचिंग से पैदल ही निकल गई. साइकिल कोचिंग पर ही छोड़ दिया. पीछे से शिक्षक भी बाइक से निकल गया. बगीचे में को उसने छात्रा को पकड़ा और उसकी गला रेतकर हत्या कर दी.
बेटी के पीछे निकला था शिक्षक: मां ने पुलिस को बताया था कि "25 जनवरी की दोपहर 2 बजे बेटी कोचिंग के लिए निकली थी. शाम 5 बजे के बाद उसे ढेमहां की तरफ पैदल जाते देखा गया था. कुछ देर बाद पीछे से कोचिंग संचालक बाइक से पहुंचा और बेटी को बाइक पर बैठाकर निकल गया." परिजनों के फोन करने पर आरोपी ने छात्रा को साथ ले जाने की बात से इनकार कर दिया और बहाने बनाने लगा. जिसके बाद शिक्षक ने छात्रा की हत्या कर दी और शव को दफना दिया.