रुद्रपुर: डेरा कार सेवा नानकमत्ता के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी बाबा की हत्या के षड्यंत्रकारियों में शामिल थे. साथ ही इन आरोपियों द्वारा शूटर को पैसे और हथियार मुहैया कराए गए थे. तरसेम सिंह की हत्या मामले में अब तक 9 आरोपियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया चुका है, जबकि एक शूटर की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो चुकी है. इसके अलावा एक शूटर सहित कई आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीमें लगी हुई हैं.
हत्या मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपी थे षड्यंत्रकारी: एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी बाबा की हत्या के षड्यंत्र में शामिल थे. दोनों आरोपियों ने शूटरों को हथियार और पैसे उपलब्ध कराए गए थे. पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम सतनाम सिंह और सुलतान सिंह बताया है. सतनाम सिंह को गौरीफंटा जिला लखीमपुर खीरी नेपाल बॉर्डर से जबकि सुल्तान सिंह को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी सुल्तान सिंह पर 20,000 रुपए का ईनाम घोषित किया गया था. इन दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या, लूट और गैंगस्टर जैसे जघन्य अपराध दर्ज हैं.
बता दें कि आरोपी सतनाम सिंह और सुलतान सिंह नानकमत्ता गुरुद्वारा
28 मार्च 2024 को बाबा तरसेम सिंह की हुई थी हत्या: गौरतलब है कि 28 मार्च 2024 को श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड के बाद उत्तराखंड में हड़कंप मच गया था. मुख्यमत्री पुष्कर सिंह धामी खुद श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा गए थे. हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अभिनव कुमार को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जिसके बाद से पुलिस लगातार आरोपियों को तलाशने में जुटी थी. कुछ दिन पूर्व ही इस घटना में शामिल साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था.
पूर्व में गिरफ्तार हो चुके थे 7 आरोपी: पुलिस ने 3 अप्रैल को दिलबाग सिंह और अमनदीप सिंह उर्फ काला को गिरफ्तार किया था, जबकि 4 अप्रैल को बलकार सिंह और हरविंदर सिंह उर्फ पिंदी को अपनी गिरफ्त में लिया था. 6 अप्रैल को जसपाल सिंह और परगट सिंह को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी, जबकि 7 अप्रैल को आरोपी सुखदेव सिंह उर्फ सोनू गिल की गिरफ्तारी हुई थी. आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 2 कारें, डीवीआर और मोबाइल फोन बरामद किए गए थे.
आरोपी सरबजीत सिंह है वांछित : सरबजीत सिंह (शूटर) के ऊपर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है. यह मियाविंड थाना वैरोवाल जिला तरनतारण पंजाब का रहने वाला है. वहीं, बाबा अनूप सिंह निवासी नवाबगंज रामपुर (यूपी), प्रीतम सिंह संधू निवासी खेमपुर थाना गदरपुर जिला ऊधमसिंहनगर, हरवंश सिंह चुघ निवासी गदरपुर जिला ऊधमसिंहनगर, फतेहजीत सिंह खालसा निवासी बिलहरा माफी थाना अमरिया जिला पीलीभीत यूपी के खिलाफ हत्याकांड में शामिल होने के सबूत मिले हैं. इन सभी आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है.
नानकमत्ता गुरुद्वारा में रूके थे मुख्य हमलावर: तहरीर के आधार पर बताया गया है कि हत्याकांड के मुख्य हमलावर 19 मार्च को गुरुद्वारा परिसर के ही भाई मरदाना यात्री निवास नानकमत्ता के कमरा नंबर 23 में ठहरे हुए थे. प्रार्थी जसवीर सिंह व निरवैर सिंह ने इन दोनों हमलावरों को डेरा कार सेवा परिसर में दो दिन पहले भी घूमते हुए देखा था. इन दोनों हमलावरों में से एक ने यात्री निवास के यात्री रजिस्टर में अपना आधार कार्ड भी दिया था. आधार कार्ड पर आरोपी का नाम सर्वजीत सिंह पुत्र स्वरूप सिंह निवासी ग्राम मियाविंड जिला तरनतारण (पंजाब) है. तहरीर में बताया है कि आरोपी बिना किसी निजी वाहन आए थे और उनके पास सराय में रहने के दौरान कोई हथियार भी नहीं देखा गया था. घटना के समय इस्तेमाल मोटरसाइकिल व हथियार किसी स्थानीय व्यक्ति ने साजिश के तहत उन्हें उपलब्ध करायी थी. वारदात के समय दूसरा व्यक्ति जो मोटरसाइकिल के पीछ बैठा था ज्ञात हुआ है कि उसका नाम अमरजीत सिंह उफ बिट्टू उर्फ गंडा पुत्र सुरेन्दर सिंह ग्राम सिहौरा थाना बिलासपुर जिला रामपुर है.
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