देहरादून: पटेलनगर क्षेत्र में लूट की घटना को अंजाम देने वाले तीन शातिर आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों को सब्जी मंडी के पीछे खाली ग्राउंड के पास से दबोचा है. मौके पर आरोपियों के कब्जे से लूटी गई नकदी, मोबाइल फोन बरामद किया गया है. आरोपियों ने हाथ के कड़े को तमंचा बताकर लूट की घटना को अंजाम दिया था. अब पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर सलाखों के पीछे भेज दिया है.
ट्रक ड्राइवर को बनाया था निशाना: दरअसल, यूपी के अलीगढ़ निवासी शिवशंकर शर्मा में एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि बीती 4 अगस्त को वो अपने ट्रक के अंदर सोया था. तभी अचानक समय देर रात को दो युवक ट्रक की दोनों तरफ से ऊपर चढ़े. उनमे से एक युवक ने उनकी कनपट्टी पर तमंचा या पिस्टल जैसी कोई चीज लगाई और धमकाते हुए उनका मोबाइल, पैसे और नकदी लूट कर ले गए.
जिसके बाद पीड़ित ने उनका पीछा करने का प्रयास किया, लेकिन दोनों आरोपी अपने एक अन्य साथी जो ग्रे रंग की स्कूटी के साथ पहले से ही कुछ दूरी पर खड़ा था, उसके साथ स्कूटी पर बैठकर मौके से फरार हो गए. पीड़ित की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ कोतवाली पटेलनगर में मुकदमा दर्ज किया गया था. साथ ही लूटपाट करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें गठित की गई.
सब्जी मंडी के पास से तीन आरोपी गिरफ्तार: वहीं, गठित टीमों ने घटनास्थल का निरीक्षण कर आसपास के आने जाने वाले मार्ग पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इसी कड़ी में मुखबिर से सूचना मिली कि घटना में शामिल आरोपी मंडी चौक पर सब्जी मंडी के पीछे खाली ग्राउंड के पास कुछ अन्य युवकों के साथ बैठे हैं. जिस पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और स्कूटी सवार 3 युवकों महेश अधिकारी, मनीष और शोएब को गिरफ्तार कर लिया.
नशे की आदी हैं तीनों आरोपी: कोतवाली पटेलनगर प्रभारी कमल सिंह ने बताया कि तीनों नशे के आदी हैं. उन्होंने नशे की पूर्ति के लिए ही घटना को अंजाम दिया था. आरोपी महेश प्लंबर का काम करता है. जबकि, मनीष और शोएब ड्राइवर हैं. घटना के दिन तीनों आरोपी एक दूसरे से पित्थूवाला में मिले थे. जहां से वो महेश की स्कूटी में बैठकर रेलवे स्टेशन तक गए.
वापसी में पित्थूवाला की ओर जाते हुए उन्हें ओलम्पिक स्कूल के पास एक ट्रक खड़ा मिला, जिसका ड्राइवर ट्रक के अंदर ही सोया हुआ था. महेश और शोएब स्कूटी से उतरकर ट्रक के पास गए और मनीष को गाड़ी लेकर थोड़ा आगे रुकने को कहा. उसके बाद महेश और शोएब ट्रक के अंदर घुसे और महेश ने अपने कडे़ को ड्राइवर की कनपटी पर लगाकर उसे धमकाया.
लूटी रकम को आपस में बांटी, बेचने जा रहे थे मोबाइल: वहीं, खौफजदा ट्रक ड्राइवर कुछ भी नहीं कर पाया. जिसके बाद उन्होंने उसका फोन और जेब में रखे 4500 रुपए लूट लिए. उसके बाद तीनों आरोपी मनीष की स्कूटी पर बैठकर घटनास्थल से फरार हो गए. घटना में मिली नकदी को तीनों आरोपियों ने आपस में बांट लिया और लूटे हुए मोबाइल फोन को वो बेचने की फिराक में थे, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
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