मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर के मुशहरी थाना क्षेत्र के बिंदा गांव निवासी कपड़ा कारोबारी सतीश कुमार के खाते में अचानक 78 लाख रुपये आ गये. यह रुपये 50 से अधिक अलग-अलग खातों से आये. कारोबारी जब तक कुछ समझ पाता तब तक एक घंटे के अंदर ही सारे रुपये अलग-अलग 60 से अधिक खातों पर वापस ट्रांसफर कर दिये गये.
मुजफ्फरपुर में साइबर क्राइम: मामले को लेकर पीड़ित कारोबारी ने मुसहरी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसके आधार पर अब साइबर थाने की पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है. जिन 50 संदिग्ध खाते से रुपये भेजे गये और वापस 60 से अधिक खातों पर ट्रांसफर कर लिये गये, इसके बारे में जानकारी जुटा रही है.
क्या है पूरा मामला?: मुशहरी थाने में 11 अक्टूबर 2023 को प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कपड़ा कारोबारी सतीश कुमार ने बताया कि सदर थाना क्षेत्र स्थित आइसीआइसीआइ बैंक में उनके कपड़ा दुकान का खाता है. जब वह 31 अगस्त 2023 को खाता चेक करने के लिए गये तो पहले 10 लाख रुपये बताया. फिर चेक किया तो मात्र 300 रुपए बताया. बैंक के कर्मियों से जाकर पूछा उनके खाते में पैसा कहां से आ रहे है, और कहां जा रहे है तो बैंक प्रबंधन ने बताया कि साइबर थाने में जाकर इसकी शिकायत करें.
खाते में 78 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन: जिसके बाद जब शाम में उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से खाते को चेक किया तो कुल ट्रांजेक्शन 78 लाख 56 हजार 700 रुपये दिखाया. जबकि उसने 31 अगस्त को कोई ट्रांजेक्शन नहीं किया था. जिसके बाद कारोबारी ने बैंक में जाकर इसकी शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. फिर साइबर थाना में सूचना देते हुए मुसहरी थाने में इसकी प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
मामले की जांच में जुटी पुलिस: आशंका जाहिर की जा रही है कि साइबर अपराधियों ने अलग अलग खातों से फ्रॉड की गयी राशि को ट्रांसफर किया है. वहीं साइबर थाने की पुलिस इस मामले को लेकर तीन माह बाद छानबीन कर रही है. वहीं संबंधित खातों के बारे में जानकारी जुटायी जा रही है.
अपराधियों ने किया कारोबारी का ईमेल चेंज: छानबीन के दौरान पता चला कि कपड़ा कारोबारी ने बैंक में जो पहले ईमेल एड्रेस दिया था, वह चेंज बताया जा रहा था. जब ऑनलाइन चेक किया, तो पता चला कि साइबर अपराधियों द्वारा यह पैसा भेजा और निकाला गया है. कारोबारी ने कहा कि उनके खाते में 50 से 60 खातों से 5 हजार से लेकर 90 हजार तक रुपये भेजे थे. एक घंटे के अंदर सारे रुपये ट्रांसफर कर दिये गये थे.
होल्ड खाते को चालू कराने की शिकायत: दरअसल दूसरे राज्य से साइबर अपराधी लगातार दूसरे खाते में पैसे भेज रहे हैं. इधर पीड़ित जब नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत करता है तो उसका खाता होल्ड हो जा रहा है. ऐसे सात से अधिक खाता धारकों ने 2023 में साइबर थाने पहुंच कर होल्ड खाते को चालू कराने को लेकर लिखित शिकायत की थी.