मुजफ्फरपुर : अंग्रेजी की एक पुरानी कहावत है, 'All is fair in love and war' मतलब 'प्रेम और युद्ध में सब कुछ जायज होता है.' शायद ऐसा ही कुछ बिहार के मुजफ्फरपुर के प्रेमी जोड़े को लगा. अब जरा सोचिए, अगर कोई फर्जी अभिवावक (मातापिता) के साथ शादी के लिए पहुंचे तो ऐसा ही कहा जाएगा.
बाबा गरीबनाथ धाम में शादी का सपना टूटा : जी हां, मुजफ्फरपुर में फर्जी अभिवावक के सहारे शादी करने का सपना लेकर उत्तर बिहार के बाबा नगरी के बाबा गरीबनाथ धाम पहुंचे प्रेमी जोड़े को बगैर शादी के ही लौटना पड़ा. विवाह निबंधक सह मंदिर प्रबंधक ने दोनों को डांट लगाते हुए दोनों को वहां से भगा दिया.
मंदिर कमिटी ने जरूरी कागजात मांगे : प्रेमी जोड़ा फर्जी अभिवावक बनाकर एक पुरुष एक महिला को लेकर हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार पंजीकृत विवाह करने बाबा गरीबनाथ धाम पहुंचा. जहां दोनों पर संदेह होने पर मंदिर कमिटी के पदाधिकारियों ने उनसे जरूरी कागजात मांगे. शादी के जोड़े में पहुंचे युवक-युवती ने कुछ कागजात दिये.
संदेह होते ही रोक दी गई शादी : आधार कार्ड देने से वे लोग हिचकिचाने लगे. दोनों ने अपने-अपने अभिवावकों का आधार कार्ड नहीं दिया. जिसके बाद मंदिर प्रशासन ने संदेह के आधार पर शादी रोक दी. जिसके बाद विवाह निबंधक सह मंदिर प्रबंधक ने दोनों को डांट लगाते हुए कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी देते हुए छोड़ दिया.
''मंदिर में नये नियम के अनुसार शादी हो रही है. अब लड़की की 21 और लड़के की उम्र 22 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए. सभी जरूरी कागजात और प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही शादी होगी. शादी के लिए उन्हें आधार और आयु से संबधित प्रमाणपत्र लाना होगा. स्थानीय जनप्रतिनिधि से शादी का लिखित प्रमाणपत्र देना होगा. लड़का व लड़की के माता-पिता साथ हों और उनका आधार होना चाहिए. अगर वे मृत हैं तो उनके घर का अभिवावक होना चाहिए. लड़का और लड़की पक्ष से दो-दो गवाह होनी चाहिए. जिसके बाद शादी की प्रक्रिया प्रारंभ होगी और विवाह कराई जाएगी.''- पंडित विनय पाठक, प्रधान पुजारी, बाबा गरीबनाथ मंदिर
परिवार वाले शादी के लिए तैयार नहीं : जानकारी के अनुसार दोनों लंबे समय से एकसाथ थे. इसी दौरान दोनों करीब आते गए और प्यार हो गया. प्यार के बाद दोनों ने शादी करने का फैसला लिया तो परिवार वाले तैयार नहीं हुए.
संतोषी माता मंदिर से भी बैरंग लौटे : जिसके बाद दोनों प्रेमी जोड़े संतोषी माता मंदिर गये. वहां भी कागजात दुरुस्त नहीं होने की वजह से भी लौटा दिया गया. मंदिर प्रबंधक की ओर से जानकारी दी गई कि मंदिर में शादी नियमानुकूल ही होगी. किसी प्रकार की गड़बड़ी या संदेह होने पर शादी नहीं हो सकती.
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