पटना : बिहार की राजधानी पटना में स्थित प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में करप्शन का बड़ा मामला सामने आया है. इस संबंध में अस्पताल के अधीक्षक डॉ इंद्र शेखर ठाकुर ने स्थानीय पीरबहोर थाने में पांच कर्मियों पर केस दर्ज कराया है. दरअसल पीएमसीएच के चतुर्थवर्गीय कर्मियों की सेवापुस्तिका में दर्ज उनकी उम्र में फेरबदल कर दिये जाने का मामला सामने आया है. यह इसलिए ताकि कर्मचारी नौकरी में ज्यादा दिनों तक बने रह सकें.
कर्मियों की उम्र में हेरफेर : पीएमसीएच अस्पताल में हुए इस काले कारनामे की पोल काफी दिनों पहले ही खुल चुकी थी. लेकिन, आंतरिक जांच के बाद बीते तीन दिसंबर को पीएमसीएच के अधीक्षक आईएस ठाकुर ने पीरबहोर थाने में इस गड़बड़ी को लेकर केस दर्ज करवाया. कर्मचारियों ने 2013 से लेकर 2023 तक की सर्विस बुक में जन्मतिथि में फेर बदल कर दिया था.
अधीक्षक ने थाने में दर्ज कराया आवेदन : पीएमसीएच में जब इस बात का पता चला तो अंदरूनी जांच के लिए कमेटी बनी. जांच कमेटी ने इस गड़बड़ी को सही पाया और गड़बड़ी करने वाले पांच स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा गया. इसके साथ ही अस्पताल की ओर से अधीक्षक ने थाने में आवेदन भी दर्ज कराया. हालांकि पांचो कर्मियों में अभी तक किसी ने स्पष्टीकरण नहीं दिया है.
सुधार कर दी गई जन्मतिथि : पीरबहोर थाना की पुलिस, केस दर्ज करने के बाद मामले की जांच में जुट गई है. जो जानकारी मिली है उसके अनुसार पांच लिपिक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इनमें से तीन सेवानिवृत हो चुके हैं. अस्पताल प्रबंधन का आरोप है कि इन्हीं पांचों में से किसी एक ने कर्मियों के सर्विस बुक में जन्मतिथि में फेरबदल किया है. अस्पताल के अधीक्षक की ओर से सभी को नोटिस भी भेजा गया है. अधीक्षक ने यह भी जानकारी दी है कि, ''सर्विस बुक में जन्मतिथि में जो फेरबदल की गई थी, उसे सुधार कर दिया गया है.''
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