मुजफ्फरपुर: भारत में बिना वीजा घुसे चीनी नागरिक ली जियाकी की मौत के मामले में चीनी दूतावास के दो काउंसलेट ऑफिसर जांच के लिए मुजफ्फरपुर आए. इस दौरान सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित से उन्होंने जानकारी ली और केंद्रीय कारा और एसकेएमसीएच जाकर भी छानबीन की. कोलकाता से आए चीनी दूतावास के अधिकारियों ने जानना चाहा कि जेल में ली जियाकी के साथ आखिर क्या हुआ था, जिससे उसने आत्महत्या का प्रयास किया था. एसकेएमसीएच में भी उसके इलाज की जानकारी ली गई.
काउंसलेट ऑफिसर पहुंचे अस्पताल: चीनी अधिकारियों ने इलाज का बीएचटी (बेड हेड टिकट) देखा. अधीक्षक व इलाज करने वाले डॉक्टर से बात की और शवगृह में रखे शव को देखा. इस दौरान पूरी छानबीन की वीडियोग्राफी कराई गई. वहीं चीनी अधिकारी, ली जियाकी के इलाज के बीएचटी की फोटोकॉपी करा कर भी ले गए. इस बारे में सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित ने बताया कि चीनी नागरिक की मौत की सूचना चीनी दूतावास को दी गई थी. चीनी अधिकारियों ने आकर घटना से जुड़ी जानकारी ली है.
"चीनी नागरिक के परिजन से भी बातचीत की गई है. उसके परिवार वालों को भी नहीं पता था कि वह नेपाल या भारत गया है. आत्महत्या के प्रयास की भी वजह अबतक स्पष्ट नहीं हो सकी है."-अवधेश सरोज दीक्षित, सीटी एसपी
5 जून को लक्ष्मी चौक से हुई थी गिरफ्तारी: बता दें कि 5 जून को ब्रह्मपुरा थाना के लक्ष्मी चौक से चीनी नागरिक ली जियाकी को गिरफ्तार किया गया था. उससे आईबी की टीम ने भी पूछताछ की थी. 6 जून को संबंधित न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. उसने 7 जून को शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा के टॉयलेट में आत्महत्या का प्रयास किया था. चश्मे के शीशे को तोड़कर अपना गला, पेट व प्राइवेट पार्ट काट लिया था. कारा प्रशासन ने उसे एसकेएमसीएच में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी.