देहरादून: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने गैरसैंण में बजट सत्र आयोजित न किए जाने पर इसे जन भावना के खिलाफ कदम बताया है. उन्होंने कहा कि जब से सरकार ने गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया है, उसके बाद से सरकार लगातार वहां सत्र करने से बच रही है. जिन विधायकों ने इसके लिए सरकार को पत्र लिखा है, उन्होंने राज्य आंदोलन शहीदों का अपमान किया है और राज्य आंदोलन में पर्वतीय क्षेत्र के विकास का जो सपना देखा गया था, उसको भी चकनाचूर किया है.
गैरसैंण में बजट सत्र आयोजित न होने पर बरसे करन माहरा: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि राज्य के आंदोलनकारी भी इस फैसले से आहत हैं. पिछली बार सरकार ने चारधाम यात्रा का बहाना बनाया था, लेकिन चारधाम यात्रा तो हर साल होती है, इसलिए यह बहाना सरकार पिछले वर्ष की तरह इस बार फिर बनाएगी. उन्होंने कहा कि अब सरकार ने फिर बहाना बनाया है कि विधायकों ने इसके लिए सरकार को पत्र लिखा है, लेकिन विधायक तो यह भी कहते हैं कि सत्र मुख्यमंत्री से संबंधित दिन सोमवार को भी चलना चाहिए, लेकिन सोमवार को प्रश्न काल नहीं चलाया जा रहा है. जिससे कांग्रेस के दो नेताओं को कार्य मंत्रणा से इस्तीफा देना पड़ा.
करन माहरा बोले विधायकों के पत्र की आड़ ले रही सरकार: करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने वहां सत्र संचालन के लिए आधारभूत सुविधा जोड़ने का काम किया है. इसके बाद भाजपा ने विधानसभा चुनाव से पहले गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी का दर्जा देकर चुनावीं लाभ लेने का काम किया, लेकिन उसके बाद से ही भाजपा सरकार वहां सत्र आयोजित करने से बचती आ रही है, और अब विधायकों के पत्र की आड़ ली जा रही है.
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