भोपाल। यूजीसी-नेट और यूजी नीट 2024 परीक्षा में कथित पेपर लीक को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. छात्रों के उग्र प्रदर्शन में उनका साथ देने कांग्रेस सड़कों पर उतरी है. शुक्रवार यानि आज कांग्रेस देशभर में प्रदर्शन कर रही है. वहीं मध्य प्रदेश की नर्सिंग परीक्षा और इंदौर विश्वविद्यालय में हुई गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस ने भोपाल के रोशनपुरा चौराहे और जबलपुर में शुक्रवार को धरना दिया. इस धरना प्रदर्शन के जरिए कांग्रेस ने अपनी एकजुटता का प्रदर्शन करने की भी कोशिश की. इस दौरान भोपाल में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है.
एमपी में कांग्रेस ने परीक्षाओं में गड़बड़ी का जताया विरोध
कांग्रेस ने अपने पूर्व घोषित आंदोलन के मुताबिक राजधानी के रोशनपुरा चौराहे पर परीक्षाओं में हो रही गड़बड़ी खासकर नीट यूजी 2024, देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय इंदौर में पेपर लीक कांड और नर्सिंग घोटाले के विरोध में धरना प्रदर्शन का आयोजन किया. पार्टी की प्रदेश इकाई ने जिला स्तर पर भी धरना प्रदर्शन आयोजित किया है. इस प्रदर्शन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव व प्रदेश से प्रभारी सी पी मित्तल सहित तमाम बड़े नेता मौजूद रहे.
दिग्विजय सिंह का आरएसएस पर तंज
परीक्षाओं में हो रही गड़बड़ियों को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने केंद्र और प्रदेश सरकार से लेकर आरएसएस पर निशाना साधा. दिग्विजय सिंह ने कहा कि 90 प्रतिशत हिंदू परिवारों के बच्चों के साथ अन्याय हुआ है, क्या मोहन यादव से कार्रवाई को लेकर सवाल भी नहीं पूछ सकते. ऐसी परिस्थिति में आखिर विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और एबीवीपी के लोग चुप क्यों हैं, वे सड़कों पर क्यों नहीं आ रहे हैं. इस दौरान दिग्विजय सिंह ने आरएसएस को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि आरएसएस तीन चीजों पर चलता है चर्चा, पर्चा और खर्चा.
सड़कों पर नहीं, प्रभावित परिवार से करें चर्चा
दिग्विजय सिंह ने कहा कि संघ का मध्य प्रदेश में सबसे प्यारा व्यक्ति मैं ही हूं, क्योंकि दिग्विजय सिंह संघ को उनसे ज्यादा जानता है. पूर्व सीएम ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने तंज कसते हुए 'कहा कि जहां-जहां पैर पड़े संतन के, वहां-वहां पेपर लीक. पहले व्यापमं अब आ गई नीट. दिग्विजय सिंह ने कहा सभी को जमीन पर उतरने की जरूर है. आपको कानून नहीं तोड़ना है,बल्कि माइंड गेम खेलना है. जहां बैठो वहां चर्चा करो, बीजेपी की बेईमानी, दलाली और भ्रष्टाचारी की. इस दौरान पूर्व सीएम ने खुद को भारतीय परस्त बताया. उन्होंने कहा कि नीट की लड़ाई सड़कों पर लड़ने के बजाए प्रभावित परिवारों के घर जाकर चर्चा करने की जरूरत है.
सरकार पेपर लीक रोकने में असफल क्यों?
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि 'मध्य प्रदेश बौद्धिक हत्याओं के मामले में देश की राजधानी बन गया है. शिवराज सरकार में व्यापम सहित कई भर्ती घोटाले और पेपर लीक का कलंक प्रदेश पर लगा है. जो बढ़ता-बढ़ता आज देशव्यापी हो चुका है, किंतु यह सरकार के संरक्षण के बिना संभव नहीं है. अन्यथा मोदी सरकार पेपर लीक के मामलों को रोकने में आज इस प्रकार विफल नहीं होती.'
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कांग्रेस बोली-छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ चिंता का विषय
बता दें कांग्रेस नेताओं ने परीक्षा में हो रही गड़बड़ी को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोला. पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल का कहना है कि परीक्षाओं में एक के बाद एक गड़बड़ियां सामने आ रही है. यह चिंता का विषय है और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी. राज्य में लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस का यह पहला बड़ा धरना प्रदर्शन है. इसके जरिए कांग्रेस ने अपनी एकजुटता दिखाने की कोशिश की.