कोटा. नीट यूजी परीक्षा को लेकर कोटा में सोमवार को कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान पुलिस को वाटर कैनन के जरिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकना पड़ा, लेकिन फिर भी वह नहीं माने और आखिर में वरिष्ठ नेताओं के साथ करीब 200 कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लेकर गई. इस दौरान प्रह्लाद गुंजल ने कहा कि जब बिहार में पर्चा लीक होने का समाचार आया है, तो भारत के शिक्षा मंत्री सबसे पहले आकर स्वीकार करें कि झारखंड और बिहार में पर्चा लीक हुआ है. केंद्र सरकार नीट यूजी की परीक्षा देने वाले लाखों बच्चों की गुनहगार है. सरकार की अकर्मण्यता के चलते यह पेपर लीक हुआ है और बच्चों का सपना टूटा है.
प्रहलाद गुंजल ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि आदिवासियों के डीएनए जांच की बात कहने वाले दिलावर पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को स्पष्टीकरण देना चाहिए. भाजपा के नेता बताएं कि वह मदन दिलावर की भाषा का समर्थन करते हैं या फिर मदन दिलावर इस्तीफा दें. राष्ट्रवाद की बात करने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेता आदिवासी समुदाय के खिलाफ हैं. इनका इस्तीफा लिया जाए, नहीं तो आदिवासी समुदाय ठगा महसूस करेगा.
अशोक चांदना ने कहा कि "कोई पुलिस की लाठी से डरता है तो पहले ही चले जाएं, क्योंकि हम आंदोलन करने आए हैं. जिन बच्चों के साथ खिलवाड़ हुआ, उनके समर्थन में आए हैं. उन्होंने कहा कि मदन दिलावर क्या आदिवासियों का डीएनए चेक करेंगे ? अगर किसी दिन आदिवासियों के हत्थे मदन दिलावर चढ़ गए, तो उनका डीएनए चेक हो जाएगा. इसीलिए वह संभलकर और ढंग से रहें, नहीं तो किसानों ने पीएम नरेंद्र मोदी को हटा दिया था और आदिवासियों को दिलावर को हटाने में समय नहीं लगेगा."