शिमला/चंडीगढ़: राज्यसभा चुनाव के नतीजों के बाद हिमाचल कांग्रेस में आय तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रतिभा सिंह के बीजेपी की वर्किंग की तारीफ करने और विक्रमादित्य सिंह के बागी विधायकों से पंचकूला में मुलाकात के बाद हिमाचल का सियासी पारा चढ़ा हुआ है और अब इससे जुड़े सवालों से वो पर्यवेक्षक भी नहीं बच पा रहे जिन्हें इस मसले को सुलझाने के लिए शिमला भेजा गया था. शुक्रवार को केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में शिमला भेजे गए हरियाणा के पूर्व सीएम ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की है.
"राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी की हार हुई क्योंकि 6 कांग्रेस विधायकों ने बीजेपी उम्मीदवार को वोट दिया. हिमाचल में ऐसा पहली बार हुआ है. उसके बाद स्पीकर ने उन विधायकों को अयोग्य करार दिया है. विधायकों में जो मतभेद थे वो हमने उनसे मिलकर दूर कर दिए हैं. अब वो मिलकर चुनाव लड़ेंगे.- भूपेंद्र हुड्डा, केंद्रीय पर्यवेक्षक
विक्रमादित्य सिंह की बागी विधायकों से मुलाकात
इस सवाल पर भूपेंद्र हुड्डा ने साफ कहा कि इस तरह की मुलाकात कोई बड़ी बात नहीं है. वो सभी साथी हैं और इस तरह की मुलाकात से कोई ऐतराज नहीं है. वे विधायक भी जब चाहें पार्टी में वापस आ सकते हैं लेकिन सदस्यता का फैसला कोर्ट करेगी.
"विक्रमादित्य सिंह बागी विधायकों से मुलाकात कोई बड़ी बात नहीं है. हिमाचल में सब ठीक है. पार्टी को उनकी मुलाकात में कोई ऐतराज नहीं. वे सभी आपस में साथी रहे हैं और मुलाकात कर सकते हैं. वो 6 विधायक कभी भी पार्टी में वापस आ सकते हैं लेकिन उनकी सदस्यता पर कोर्ट में फैसला होगा."- भूपेंद्र हुड्डा, केंद्रीय पर्यवेक्षक
"5 साल सरकार चलेगी और सुक्खू हैं सीएम"
भूपेंद्र हुड्डा से एक बार फिर हिमाचल में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सवाल हुआ है. गुरुवार को शिमला में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी ये सवाल उठाया गया था. जैसे 24 घंटे बाद सवाल नहीं बदला वैसे ही भूपेंद्र हुड्डा का जवाब भी नहीं बदला. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार 5 साल चलेगी और अभी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बदलने का सवाल काल्पनिक है.
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