डूंगरपुर. राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा ने राज्य की भजनलाल सरकार पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि इस सरकार को बने डेढ़ माह का वक्त हो चुका है, लेकिन प्रदेश में अब तक कोई काम नहीं हुआ है. मौजूदा सरकार केवल केंद्र से आने वाली पर्चियों का अनुसरण कर रही है. कांग्रेस सरकार के समय चिरंजीवी योजना शुरू की गई थी, लेकिन अब उस योजना के तहत लोगों का इलाज नहीं हो रहा है. आरजीएचएस में अब दवाइयां नहीं मिल रही है. कांग्रेस के समय जो काम स्वीकृत हुए थे, उनको भी रोक दिया गया है.
बोहरा ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि लगता है कि प्रदेश में फाइनेंशियल इमरजेंसी आ गई है. उन्होंने अपने मेनिफेस्टो में आपातकाल शब्द का इस्तेमाल किया था, जो अब राजस्थान में नजर भी आ रहा है. वहीं, उन्होंने ईआरसीएपी को बड़ा धोखा करार दिया. साथ ही कहा कि इसमें हमें 3510 एमसीएफटी पानी मिलना था, लेकिन अब हमें 1000 एमसीएफटी कम मिल रहा है. हालांकि, मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि 3510 एमसीएफटी पानी मिलेगा.
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दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत कह रहे हैं कि 2412 एमसीएफटी से ज्यादा पानी नहीं देंगे. खैर, ये डबल इंजन की सरकार है, लेकिन हकीकत यह है कि दोनों इंजन अलग-अलग चल रहे हैं. वहीं, इस सरकार के विजन का भी कुछ पता नहीं चल पा रहा है. ये क्या करना चाहते हैं और क्या करेंगे इसके बारे में कुछ भी कहना ठीक है और ये इसलिए भी हो रहा है, क्योंकि मौजूदा सरकार केंद्र की पर्चियों को देख कर कुछ भी बोल व कर रही है.
रामलाल जाट बोले - आलाकमान करेगा प्रत्याशी का फैसला : कांग्रेस इलेक्शन कमेटी के सदस्य रामलाल जाट ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस इस बार जीत के इरादे से मैदान में उतरने जा रही है. दो बार राजस्थान में भाजपा ने लोगों को गुजराह करके सभी 25 सीटों पर कब्जा किया, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा. हम लोगों को बताएंगे कि भाजपा की कथनी और करनी में क्या अंतर है.
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वहीं, इंडिया गठबंधन में बीएपी के शामिल होने की संभावना पर रामलाल जाट ने कहा कि ये फैसला गठबंधन कमेटी करती है, लेकिन अभी तक किसी तरह का कोई गठबंधन बीएपी या किसी अन्य पार्टी से नहीं हुआ है. साथ ही प्रत्याशी चयन को लेकर उन्होंने कहा कि ये फैसला भी पार्टी आलाकमान को ही करना है.