कोटा: लोकसभा चुनाव के पहले कोटा में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की थी. अब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए विजय सिंह राजू ने हाल ही में वापस कांग्रेस की सदस्यता लेने की घोषणा की. कोटा उत्तर के विधायक शांति धारीवाल के निवास पर जाकर उनसे मुलाकात की. इस दौरान कार्यवाहक यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष यशवीर सूरा मौजूद थे. हालांकि इस घटना से कई कांग्रेसी नाराज हैं और वे विजय सिंह राजू को वापस कांग्रेस के सदस्यता ग्रहण करने का विरोध कर रहे हैं. विजय सिंह राजू ने दिल्ली में यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के शपथ ग्रहण में शामिल भी हुए.
शांति धारीवाल रहे निशाने पर: आज इसी मसले को लेकर यूथ कांग्रेस के शहर जिला अध्यक्ष मोइनुद्दीन गुड्डू व जिला उपाध्यक्ष विपिन बरथुनिया सहित सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता कोटडी रोड स्थित दफ्तर पर मौजूद रहे. जहां पर पहले उन्होंने बैठक की. इस दौरान बैठक में कई नेताओं के निशाने पर शांति धारीवाल रहे. उन्होंने शांति धारीवाल मुर्दाबाद के नारे लगाए. इन्होंने कांग्रेस कार्यालय के बाहर एक लक्ष्मण रेखा खींच दी और कहा कि कांग्रेस दफ्तर में विजय सिंह राजू और अन्य लोगों को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. यहां तक उनके निशाने पर जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी भी रहे और उनकी नेम प्लेट पर अखबार चस्पा कर दिया.
ओम बिरला को जीताने के लिए धारीवाल ने भेजे थे बीजेपी में: विरोध कर रहे नेताओं और कार्यकर्ताओं ने साफ चेतावनी दी है कि लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को चुनाव हराने के लिए काम करने वाले सभी लोग अगर वापस पार्टी में आते हैं, तो उन्हें जूतों की माला पहनाई जाएगी. यहां तक कि काला मुंह करने की बात भी कह दी. विपिन बरथुनिया ने शांति धारीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे विधायक कोई या तो जानकारी नहीं है, या फिर जान करके माला पहनाकर कांग्रेस में शामिल किया है. इससे ऐसा लगता है कि 4 महीने पहले ही उनकी प्लानिंग थी कि ओम बिरला को जिता दो. उसके बाद वापस कांग्रेस में शामिल कर लेंगे.
विजय सिंह राजू के बारे में उन्होंने कहा कि यह यूथ कांग्रेस में महाराष्ट्र का प्रभारी था. ऐसे में दोबारा वहां पर चुनाव हुए और मलाई खाने के चक्कर में जल्द ही कांग्रेस का दामन थाम रहा है. यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष और अग्रिम संगठन और पार्षदों में सब ने मिलकर सीनियर नेताओं ने मिलकर यह ठान लिया है कि जिसको 6 साल के लिए पार्टी ने बाहर निकाला है और राहुल गांधी को हराने का काम किया है, उन्हें हम किसी भी कंडीशन में कांग्रेस में नहीं आने देंगे.
बिना अनुशासन समिति के कैसे हुई जॉइनिंग: पूर्व कांग्रेस पार्षद जिग्नेश शाह ने कहा कि पार्टी के खिलाफ जिसने काम किया है, उसे 6 साल के लिए निष्कासित किया. वापस पार्टी में लेने का काम भी प्रदेश अध्यक्ष अनुशासन समिति की सिफारिश पर करते हैं, लेकिन दिल्ली में ही इस तरह से ज्वाइन कर लिया. यह पूरी तरह से गलत है. अगर पार्टी ने इस मामले में स्पष्ट अपना रुख नहीं किया है, तो हम सभी कांग्रेसी इस्तीफा दे देंगे. कांग्रेस के बड़े नेता के कोटा आने पर विरोध किया जाएगा और उनसे ऐसे लोगों को कांग्रेस में शामिल करने का जवाब मांगा जाएगा. हम इसका प्रस्ताव भी प्रदेश कांग्रेस समिति और राष्ट्रीय कांग्रेस समिति को भेज रहे हैं.