हजारीबाग: झारखंड में विधानसभा चुनाव होना है. इसे लेकर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों की तैयारी चल रही है. कई ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्होंने अपनी दावेदारी भी टिकट के लिए की है. हजारीबाग का एक ऐसा परिवार है जिसके तीन सदस्यों ने टिकट की दावेदारी की है.
कहा जाए तो हजारीबाग सदर में पिता और पुत्री टिकट के लिए आमने-सामने हैं. योगेंद्र साव की छोटी बेटी अनुप्रिया हजारीबाग से ही पढ़ाई लिखाई की. मुंबई से उन्होंने लॉ की पढ़ाई की है. इन दिनों वो कई सामाजिक कार्यों में भी काफी व्यस्त भी हैं. उनकी यह चाहत है कि वह हजारीबाग के लिए अच्छा करें. मुंबई की धारावी में उन्होंने स्लम एरिया में काम भी किया है. ऐसे में हजारीबाग को भी सुंदर और खूबसूरत बनना चाहती हैं. उनका कहना है कि उनके पिता की चाहत थी कि वह नामांकन करें. इस कारण नामांकन किए हैं. उन्हें हजारीबाग से चुनाव लड़ने का मौका मिलता है तो यह उनके पिता योगेंद्र साव ही तय करेंगे.
हजारीबाग जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शैलेंद्र यादव भी कहते हैं इस परिवार ने बहुत कष्ट झेला है. योगेंद्र साव का परिवार कांग्रेस पार्टी के लिए समर्पित है. सभी की इच्छा होती है कि वह जनप्रतिनिधि बनें. योगेंद्र साव उनकी पत्नी निर्मला देवी, बेटी अंबा प्रसाद सभी जनप्रतिनिधि बनें. योगेंद्र साव और निर्मला देवी झारखंड सरकार में मंत्री भी बने. ऐसे में उनकी छोटी बेटी की भी इच्छा है कि वह कांग्रेस की सेवा करें तो उनका स्वागत है. आला कमान जिसे भी टिकट देगा हजारीबाग का हर एक कांग्रेस कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा रहेगा.
हजारीबाग की राजनीति इन दिनों चरम पर है. कई पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है. तो एक ही परिवार के तीन सदस्यों ने टिकट लेने की दावेदारी की है. अब सब की नजर दिल्ली पर टिकी है कि किसे हजारीबाग सदर से कांग्रेस उम्मीदवार बनाती है.
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