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'लोकसभा में खंडित जनादेश मिला, अब पिछले 10 साल की तरह सरकार की मनमानी नहीं चलेगी' : सचिन पायलट - Sachin Pilot on LS Results 2024 - SACHIN PILOT ON LS RESULTS 2024

Lok Sabha Election Result 2024, दौसा में मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर एक सर्व धर्मसभा का आयोजन किया गया. इस दौरान सचिन पायलट ने लोकसभा परिणाम को लेकर एनडीए पर जमकर निशाना साधा.

पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट की पुण्यतिथि
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट की पुण्यतिथि (ETV Bharat Dausa)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 11, 2024, 3:27 PM IST

एआईसीसी महासचिव सचिन पायलट (ETV Bharat Dausa)

दौसा. पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने राजेश पायलट की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. साथ ही सर्व धर्मसभा का आयोजन किया गया. इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर उनके बेटे और एआईसीसी के महासचिव सचिन पायलट भी दौसा पहुंचे. इस दौरान पायलट ने मीडिया से बात करते हुए एनडीए गठबंधन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में एक खंडित जनादेश आया है. किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. अब पिछले 10 साल की तरह सरकार की मनमानी नहीं चलेगी.

एक स्पष्ट संदेश दिया है : पायलट ने कहा कि लोकसभा चुनाव के परिणाम को लेकर राजस्थान की जनता का धन्यवाद है. एग्जिट पोल में कई तरह की बातें सामने आईं, लेकिन राजस्थान में भाजपा को 11 जगह कांग्रेस के आगे हार का सामना करना पड़ा. राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार को जनता, किसान और नौजवान ने एक स्पष्ट संदेश दिया है. देश में गठजोड़ की सरकार बनी है. किसी भी दल को सरकार बनाने के लिया स्पष्ट बहुमत नहीं मिला. लोकसाभ में एक खंडित जनादेश आया है.

पढे़ं. मोदी 3.0 में राजस्थान से शेखावत, मेघवाल, भूपेंद्र यादव व भागीरथ को मिली बड़ी जिम्मेदारी, यहां देखें किसे मिला कौनसा मंत्रालय - Rajasthan MP In Modi cabinet

संसद में अब पहले जैसा व्यवहार नहीं चलेगा : उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से ये संदेश गया है कि दमन की, प्रतिशोध की, आक्रामकता की और भेदभाव की राजनीति नहीं चलेगी. जिस तरह संसद में 147 सांसदों को एक साथ निलंबित किया गया था, उस कार्रवाई को लोगों ने पसंद नहीं किया. दो-दो निर्वाचित मुख्यमंत्रियों को जेल में डाला गया था. कांग्रेस के नेताओं को प्रताड़ित किया गया था, लेकिन अब विपक्ष की एकता से ये मैसेज गया है कि आने वाले समय में सब को मिलकर काम करना है. साथ ही उन्होंने राजस्थान में कांग्रेस की 11 सीटों पर जीत का श्रेय कार्यकर्ताओं को देते हुए कहा कि अगर कार्यकर्ता कड़ी धूप में मेहनत नहीं करते तो हम जीत नहीं पाते.

नीट में सरकार जवाब संतोषजनक नहीं है : उन्होंने नीट परीक्षा को लेकर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि अब जो परिणाम आए हैं, उसमें बहुत आरोप लग रहे हैं. इस मामले में सरकार का जो स्पष्टीकरण आया है, वो बिलकुल भी संतोषजनक नहीं है. लाखों परिवार आज अपने बच्चों के भविष्य को लेकर परेशान हैं. सरकार की कार्रवाई से लोग संतुष्ट नहीं हैं. कश्मीर में आतंकी हमले हो रहे हैं. जैसा मणिपुर के बारे में कहा गया है, उसे देखकर लगता है कि सरकार को बहुत पहले सचेत होना चाहिए था. पिछले 10 सालों से घमंड और अहंकार की सरकार चल रही थी, लेकिन इस बार जनता ने आदेश दिया है कि घमंड और अहंकार को त्याग कर आगे बढ़े. इस दौरान सचिन पायलट ने कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना के इस्तीफे वाले बयान पर चुप्पी साधे रखी.

पढ़ें. हमें सरकार रिपीट होने का था भरोसा, अंतिम समय में भी तैयार कर रहे थे 2047 का रोडमैप : शेखावत - Modi Cabinet 3

पिता की पुण्यतिथि पर उन्होंने कहा कि 24 साल पहले उनका स्वर्गवास हुआ था, जिससे हमारे परिवार को बहुत बड़ा झटका लगा था. देशवासियों ने उस दुख से उबरने के लिए हमें जो प्रेम दिया, उसके लिए मैं सभी देशवासियों का आभारी हूं. सचिन पायलट ने कहा कि राजेश पायलट ने जिन मुद्दों को लेकर संघर्ष किया और एक गरीब परिवार और गांव से निकलकर फौज की नौकरी की. इसके बाद राजनीति में अपने परिश्रम से एक जगह बनाने में कामयाब हुए. हम सब इसके कायल हैं. साथ ही उन्होंने युवाओं को स्वर्गीय राजेश पायलट के जीवन सिद्धांतों पर चलकर आगे बढ़ने पर जोर दिया.

बता दें कि, 11 जून 2000 में दौसा के भंडाना के पास पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी. राजेश पायलट की याद में भंडाना के पास रोड किनारे ही स्मारक बनवाया गया था. जिरोता में भी राजेश पायलट की स्मृति में स्मारक बनवाया गया था. इस बार जिरोता में राजेश पायलट की पुण्यतिथि का आयोजन किया गया. इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट के बेटे सचिन पायलट सहित पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी, हरीश चौधरी, टोंक-सवाई माधोपुर सांसद हरीश मीना, दौसा सांसद मुरारीलाल मीना ने कार्यक्रम में शिरकत की.

एआईसीसी महासचिव सचिन पायलट (ETV Bharat Dausa)

दौसा. पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने राजेश पायलट की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. साथ ही सर्व धर्मसभा का आयोजन किया गया. इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर उनके बेटे और एआईसीसी के महासचिव सचिन पायलट भी दौसा पहुंचे. इस दौरान पायलट ने मीडिया से बात करते हुए एनडीए गठबंधन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में एक खंडित जनादेश आया है. किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. अब पिछले 10 साल की तरह सरकार की मनमानी नहीं चलेगी.

एक स्पष्ट संदेश दिया है : पायलट ने कहा कि लोकसभा चुनाव के परिणाम को लेकर राजस्थान की जनता का धन्यवाद है. एग्जिट पोल में कई तरह की बातें सामने आईं, लेकिन राजस्थान में भाजपा को 11 जगह कांग्रेस के आगे हार का सामना करना पड़ा. राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार को जनता, किसान और नौजवान ने एक स्पष्ट संदेश दिया है. देश में गठजोड़ की सरकार बनी है. किसी भी दल को सरकार बनाने के लिया स्पष्ट बहुमत नहीं मिला. लोकसाभ में एक खंडित जनादेश आया है.

पढे़ं. मोदी 3.0 में राजस्थान से शेखावत, मेघवाल, भूपेंद्र यादव व भागीरथ को मिली बड़ी जिम्मेदारी, यहां देखें किसे मिला कौनसा मंत्रालय - Rajasthan MP In Modi cabinet

संसद में अब पहले जैसा व्यवहार नहीं चलेगा : उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से ये संदेश गया है कि दमन की, प्रतिशोध की, आक्रामकता की और भेदभाव की राजनीति नहीं चलेगी. जिस तरह संसद में 147 सांसदों को एक साथ निलंबित किया गया था, उस कार्रवाई को लोगों ने पसंद नहीं किया. दो-दो निर्वाचित मुख्यमंत्रियों को जेल में डाला गया था. कांग्रेस के नेताओं को प्रताड़ित किया गया था, लेकिन अब विपक्ष की एकता से ये मैसेज गया है कि आने वाले समय में सब को मिलकर काम करना है. साथ ही उन्होंने राजस्थान में कांग्रेस की 11 सीटों पर जीत का श्रेय कार्यकर्ताओं को देते हुए कहा कि अगर कार्यकर्ता कड़ी धूप में मेहनत नहीं करते तो हम जीत नहीं पाते.

नीट में सरकार जवाब संतोषजनक नहीं है : उन्होंने नीट परीक्षा को लेकर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि अब जो परिणाम आए हैं, उसमें बहुत आरोप लग रहे हैं. इस मामले में सरकार का जो स्पष्टीकरण आया है, वो बिलकुल भी संतोषजनक नहीं है. लाखों परिवार आज अपने बच्चों के भविष्य को लेकर परेशान हैं. सरकार की कार्रवाई से लोग संतुष्ट नहीं हैं. कश्मीर में आतंकी हमले हो रहे हैं. जैसा मणिपुर के बारे में कहा गया है, उसे देखकर लगता है कि सरकार को बहुत पहले सचेत होना चाहिए था. पिछले 10 सालों से घमंड और अहंकार की सरकार चल रही थी, लेकिन इस बार जनता ने आदेश दिया है कि घमंड और अहंकार को त्याग कर आगे बढ़े. इस दौरान सचिन पायलट ने कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना के इस्तीफे वाले बयान पर चुप्पी साधे रखी.

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पिता की पुण्यतिथि पर उन्होंने कहा कि 24 साल पहले उनका स्वर्गवास हुआ था, जिससे हमारे परिवार को बहुत बड़ा झटका लगा था. देशवासियों ने उस दुख से उबरने के लिए हमें जो प्रेम दिया, उसके लिए मैं सभी देशवासियों का आभारी हूं. सचिन पायलट ने कहा कि राजेश पायलट ने जिन मुद्दों को लेकर संघर्ष किया और एक गरीब परिवार और गांव से निकलकर फौज की नौकरी की. इसके बाद राजनीति में अपने परिश्रम से एक जगह बनाने में कामयाब हुए. हम सब इसके कायल हैं. साथ ही उन्होंने युवाओं को स्वर्गीय राजेश पायलट के जीवन सिद्धांतों पर चलकर आगे बढ़ने पर जोर दिया.

बता दें कि, 11 जून 2000 में दौसा के भंडाना के पास पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी. राजेश पायलट की याद में भंडाना के पास रोड किनारे ही स्मारक बनवाया गया था. जिरोता में भी राजेश पायलट की स्मृति में स्मारक बनवाया गया था. इस बार जिरोता में राजेश पायलट की पुण्यतिथि का आयोजन किया गया. इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट के बेटे सचिन पायलट सहित पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी, हरीश चौधरी, टोंक-सवाई माधोपुर सांसद हरीश मीना, दौसा सांसद मुरारीलाल मीना ने कार्यक्रम में शिरकत की.

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