धनबाद: चुनाव खत्म होने के बाद पार्टी विरोधी गतिविधियां करने वाले और गलत बयानबाजी करने वाले नेताओं पर कार्रवाई शुरू हो गई है. पहली कार्रवाई कांग्रेस की ओर से की गई है. जिसमें कांग्रेस पार्टी के कुल नौ नेताओं को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है. यह कार्रवाई पार्टी के जिला अध्यक्ष संतोष सिंह ने की है. साथ ही कुछ वरिष्ठ नेताओं की रिपोर्ट भी आलाकमान को सौंप दी गई है.
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की रिपोर्ट को जिला अध्यक्ष और अनुशासन समिति ने फिलहाल गोपनीय रखा है. धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी ने पार्टी के कुल नौ पदाधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की है. सभी नौ पदाधिकारियों को छह साल के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. ललन चौबे, मनोज कुमार सिंह, राजीव रंजन चौबे, उमाचरण महतो, रामचंद्र शर्मा, रामप्रवेश शर्मा, कृत भूषण रूज, मुकेश राणा और जगदीश साव समेत कुल नौ पदाधिकारियों को अगले छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.
जिला अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने मंगलवार को पार्टी से निष्कासित कार्यकर्ताओं की सूची जारी की है. उन्होंने कहा कि धनबाद लोकसभा चुनाव में इनकी कार्यशैली के कारण पार्टी की छवि धूमिल हुई है तथा इन पर पार्टी में रहते हुए पार्टी विरोधी कार्य करने का आरोप लगा है. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संविधान की धारा के तहत इन्हें 6 वर्षों के लिए कांग्रेस पार्टी से निष्कासित किया गया है.
उन्होंने बताया कि इन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ गलत बयानबाजी की और ये भाजपा प्रत्याशी ढुल्लू महतो की सभा में भी शामिल हुए थे. जारी पत्र की प्रतिलिपि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव सह झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव सह धनबाद प्रभारी चंद्रशेखर शुक्ला, झारखंड प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष बृजेंद्र प्रसाद सिंह को भी भेजी गई है.