अजमेर: नगर निगम में इस बार विपक्षी कांग्रेस दल के पार्षदों ने अपनी ही नेता द्रोपदी कोली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कोली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष है. उन्होंने अजमेर दक्षिण से विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट से लड़ा था. इसके बाद से ही कांग्रेस पार्षदों और उनके बीच अविश्वास की खाई गहरी होती गई. कांग्रेस पार्षद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को भी द्रोपदी कोली की शिकायत कर प्रतिपक्ष नेता के पद से हटाने की मांग कर चुके हैं. इस बार कांग्रेस के पार्षद द्रोपदी कोली के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए हैं. साथ ही पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा से मिलकर द्रोपदी कोली को हटाने की मांग कांग्रेस पार्षद करेंगे.
अजमेर में कांग्रेस पार्षद अपनी नेता के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. निगम में 80 वार्ड हैं. इनमें से महज 18 पार्षद कांग्रेस के हैं. इसके बावजूद कांग्रेस के पार्षद और प्रतिपक्ष नेता एक जुट होकर जनता की आवाज नहीं बन पा रहे है. द्रोपदी कोली विगत विधानसभा चुनाव अजमेर दक्षिण क्षेत्र से लड़ चुकी हैं. चुनाव हारने के बाद से ही कांग्रेस पार्षदों और द्रोपदी कोली में मनमुटाव हो गया. द्रोपदी कोली विधानसभा चुनाव में अपनी हार का ठीकरा कांग्रेस नेता हेमंत भाटी और उनके खास कांग्रेस के पार्षदों पर फोड़ चुकी है, जबकि द्रोपदी कोली का विरोध कर रहे पार्षदों का कहना है कि विधानसभा चुनाव में द्रोपदी कांग्रेस पार्षदों के क्षेत्र से ही चुनाव जीती है. जबकि वह खुद अपने ही वार्ड से चुनाव हार गई.
कांग्रेस पार्षदों ने गुरुवार को आजाद पार्क स्थित स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में प्रेस वार्ता की. इसमें कांग्रेस से पार्षद गजेंद्र सिंह रलावता ने द्रोपदी कोली पर आरोप लगाया कि वे किसी भी पार्षद के सुख दुख में खड़ी नहीं रहती. पार्षदों को खुद ही अपने क्षेत्र के विकास के लिए नगर निगम में लड़ाई लड़नी पड़ती है. रलावता ने कोली पर नगर निगम बोर्ड और प्रशासन के साथ मिलीभगत होने का आरोप लगाया.
प्रतिपक्ष नेता के खिलाफ तैयार किया अविश्वास प्रस्ताव: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नरेश सत्यावना ने बताया कि नगर निगम में प्रतिपक्ष नेता द्रोपदी कोली के असहयोग पूर्ण रवैये के बारे में कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं को पूर्व में अवगत करवा दिया गया है. सत्यावना ने कहा कि प्रतिपक्ष नेता को जल्द ही नहीं बदला गया तो कांग्रेस के पार्षद इनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे. इससे पहले कांग्रेस पार्षदों ने द्रौपदी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव तैयार किया, जिस पर 15 से 16 पार्षदों के हस्ताक्षर हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नरेश सत्यावना ने आरोप लगाया कि प्रतिपक्ष नेता कोली कांग्रेस के किसी पार्षद के सहयोग के लिए खड़ी नहीं होती. उन्होंने कहा कि हमारा विरोध पार्टी से नहीं है. हमारी केवल एक ही मांग है कि द्रोपदी कोली को प्रतिपक्ष नेता के पद से हटाया जाए. उनके स्थान पर किसी भी सीनियर पार्षद को प्रतिपक्ष नेता बना दिया जाए. इसमें कांग्रेस के सभी पार्षदों की सहमति है.