रायपुर : छ्त्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था और नक्सल घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने विष्णुदेव सरकार पर हमला बोला है. पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है. जब से प्रदेश में बीजेपी सत्ता में आई है,तब से नक्सली घटनाएं बढ़ी हैं. इस दौरान भूपेश बघेल ने गृहमंत्री विजय शर्मा पर भी निशाना साधा. भूपेश बघेल ने कहा कि एक ओर गृहमंत्री नक्सलियों से बातचीत की बात कहते हैं. नक्सलियों की तरफ से भी बयान आया है कि वह भी तैयार हैं?
नक्सली बात करे को तैयार मंच बताएं गृहमंत्री : भूपेश बघेल ने कहा कि डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा है कि मैं टेलीफोन से चर्चा करना चाहता हूं. लेकिन अब पता चला है कि नक्सलियों ने पर्चा फेंका है. तो फिर बातचीत कब हो रही है. किस स्तर पर होगा. किस मंच पर होगा, किन शर्तों पर होगा. इन सभी बातों का खुलासा गृहमंत्री को करना चाहिए.
''अभी घटनाएं घट रही है, हमारे अधिकारियों की हत्या हो रही है. दूसरे लोगों की हत्या हो रही है. जब गृहमंत्री बोले हैं तो उसे आगे बढ़ाना चाहिए. कब चर्चा करेंगे यह भी बताना चाहिए ? '' : भूपेश बघेल पूर्व मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़
कवर्धा पीड़ित परिवार को भी दें लाभ : बिरनपुर हिंसा के बाद जैसे बीजेपी ने ईश्वर साहू को लाभ दिया.ठीक वैसा ही लाभ भूपेश बघेल ने कवर्धा के साधराम यादव परिवार को देने की मांग की. भूपेश बघेल ने कहा कि बिरनपुर में जो घटना घटी. उसके बाद उसके पिता को आपने विधायक बनाया.वही घटना आपके कवर्धा में हुआ है. तो अब विजय शर्मा को इस्तीफा देना चाहिए .उसके पिता को चुनाव लड़ाना चाहिए. पहले तो यह करना चाहिए , ताकि उसे न्याय मिले. जो ईश्वर साहू को लाभ मिला है, वही लाभ यादव परिवार को भी मिलना चाहिए.
दीपक बैज ने भी बोला हमला : वहीं छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रही नक्सली घटनाओं को लेकर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने भी हमला बोला है. दीपक बैज ने कहा कि "चाहे नक्सली वारदात हो या अन्य घटनाएं. जब से बीजेपी की सरकार आई है तब से नक्सली बेलगाम हो चुके हैं.नक्सली वारदात बढ़ी है. उसमें कोई नियंत्रण नहीं. गांव से लेकर शहर तक अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं.
क्या था कवर्धा मामला ? : कवर्धा कोतवाली थाना क्षेत्र के लालपुर कला गांव में 21 जनवरी को साधराम यादव का शव मिला था. साधराम कवर्धा के एक गौशाला में चरवाहा का काम करता था. शनिवार-रविवार की दरमियानी रात आरोपियों ने धारदार हथियार से उसकी हत्या की थी. जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद ने जिला बंद बुलाया था . घटना के 24 घंटे के अंदर पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी की. साधराम हत्याकांड में पुलिस को आतंकी कनेक्शन के साक्ष्य मिले थे. इसी आधार पर आरोपियों के खिलाफ आतंकी गतिविधियों से जुड़े होने की धाराएं जोड़ी गई. मामले में पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है.जिसमें एक नाबालिग है.