बांसवाड़ा. बांसवाड़ा-डूंगरपुर संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद डामोर का भले ही दो दिन से मोबाइल बंद आ रहा हो, लेकिन सोमवार को वापस बांसवाड़ा लौट आए. साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि वो पार्टी प्रत्याशी हैं और चुनाव लड़ेंगे. पार्टी का सिंबल भी उनके पास है. आगे उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर के नेता अगर पहले ही बता देते कि नामांकन वापस लेना है तो वो नामांकन दाखिल ही नहीं करते. डामोर ने कहा कि यह पार्टी की गलत नीति है.
इतना ही नहीं आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मुझे निष्कासित कर दिया है. मैं कांग्रेस के लाखों लोगों की आवाज बनूंगा. डामोर ने कहा कि वो भाजपा प्रत्याशी महेंद्रजीत सिंह मालवीय और भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार रोत के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. वो डूंगरपुर के चौरासी क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए गए थे. इसलिए उनका संपर्क नहीं हो पाया, क्योंकि वहां नेटवर्क नहीं था. संभव है कि बांसवाड़ा विधायक अर्जुन सिंह बामनिया जिला अध्यक्ष रमेश पंड्या व अन्य ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की हो, लेकिन उनका किसी से संपर्क नहीं हो सका.
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लोकतंत्र बचाना है तो बाप को कांग्रेस के साथ आना होगा : अरविंद डामोर ने कहा कि भारत आदिवासी पार्टी कहती है कि लोकतंत्र को बचाना है. ऐसे में उसे कांग्रेस का साथ देना चाहिए. खैर, कांग्रेस के स्थानीय नेता युवाओं के साथ भीतर घात कर रहे हैं. अगर वो ऐसा नहीं करते तो उनसे बलिदान क्यों मांगा जाता. हालांकि, इससे पहले कांग्रेस की ओर से कलेक्ट्रेट के निकट स्थित कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, जिसमें गोल-गोल जवाब दिए गए. वहीं, जब पत्रकारों ने डामोर के निष्कासन को लेकर सवाल किया तो उसका भी जवाब नहीं दिया गया.