पटना: सक्षमता परीक्षा से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. सक्षमता परीक्षा के दूसरे दिन द्वितीय पाली के परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. वहीं परीक्षा के रद्द होने के कारण नियोजित शिक्षकों में आक्रोश देखने को मिला है. नियोजित शिक्षक सरकार और शिक्षा विभाग को दोषी ठहरा रहे हैं. प्रदेश के 9 जिले के 52 परीक्षा केंद्रों पर चल रही परीक्षा को रद्द कर दिया गया और इसके पीछे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने तकनीकी खामी को कारण बताया है.
पटना में सक्षमता परीक्षा रद्द: मुजफ्फरपुर से आए नियोजित शिक्षक रजनीकांत पाठक ने बताया कि "सीएल लेकर वह परीक्षा देने आए हुए थे. परीक्षा केंद्र में बैठने के बाद सिस्टम पर प्रश्न पत्र ओपन ही नहीं हुआ. आधे घंटे तक उन लोगों ने इंतजार किया और उसके बाद जानकारी मिली कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने आज के दूसरे शिफ्ट के इस परीक्षा को रद्द कर दिया है."
नियोजित शिक्षकों में आक्रोश: परीक्षा रद्द होने के बाद तमाम शिक्षक काफी आक्रोशित दिखे और सीएल बर्बाद होने पर इसकी भरपाई करने की सरकार से मांग की. उन लोगों को बताया गया कि इसकी परीक्षा आगे कब होगी. इसकी सूचना उनके मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों को परेशान कर रही है और आलम यह है कि एक परीक्षा ढंग से सरकार करा नहीं पा रही है. सभी शिक्षकों की परीक्षा लेने पर तुली हुई है.
शिक्षकों को सरकार कर रही प्रताड़ित: आक्रोशित शिक्षकों ने कहा कि सरकार की ओर से परीक्षा में शामिल होने के लिए कोई छुट्टी नहीं दी गई. अपना सीएल गंवा कर वह लोग परीक्षा देने आए हुए हैं. कई नियोजित शिक्षकों ने कहा कि वह लोग जब परीक्षा में सम्मिलित हो गए हैं तो सरकार को चाहिए कि सीधे उन लोगों को राज्य कर्मी का दर्जा दे दे. सरकार शिक्षकों को प्रताड़ित कर रही है. कई शिक्षकों ने कहा कि केके पाठक को खुलकर सामने आना चाहिए और इस लचर व्यवस्था पर माफी मांगते हुए विभाग की गलती माननी चाहिए.
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