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बाढ़ प्रभावित कुशीनगर के दौरे पर सीएम योगी, छितौनी-भैंसहा तटबंध का किया निरीक्षण, नारायणी नदी पर बनने वाले पुल का जल्द शुरू होगा सर्वे - CM Yogi on Kushinagar Visit

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुशीनगर का दौरा किया. इस दौरान योगी ने छितौनी-भैंसहा तटबंध का निरीक्षण किया. साथ ही नारायणी नदी पर पक्का पुल बनाने के लिए सर्वे का काम जल्द शुरू होने का आश्वासन भी दिया.

सीएम योगी ने कुशीनगर में बाढ़ पीड़ितों से की मुलाकात
सीएम योगी ने कुशीनगर में बाढ़ पीड़ितों से की मुलाकात (PHOTO credits ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 4, 2024, 8:43 PM IST

कुशीनगर में बाढ़ प्रभावित इलाकों का सीएम ने लिया जायजा (video credits ETV Bharat)

कुशीनगर: बाढ़ प्रभावित कुशीनगर का रविवार को सीएम योगी ने दौरा किया. इस दौरान जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों के हालात का जायजा लिया. सीएम योगी ने छितौनी-भैंसहा तटबंध का निरीक्षण भी किया. साथ ही बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच मुख्यमंत्री ने राहत सामग्री का वितरण किया. वहीं सीएम ने कार्यक्रम स्थल पहुंचकर कई योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र और विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किया. बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार भी संपन्न कराया. साथ ही टॉफी देकर उनको दुलार किया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, सात साल पहले तक ये पूरा इलाका सूनसान हो जाता था. माफिया, गुंडों का बोलबाला था. सीएम योगी ने कहा है कि, जिले में नारायणी और गंडक नदी के बाढ़ से बचाव के लिए बीते सात साल में बड़े स्तर पर प्रयास किये गये हैं. करीब 600 करोड़ रुपए की राशि खर्च किए गए. जिसका परिणाम है कि बाढ़ से बचाव के विभिन्न प्रबंध करने से 83 गांव की 1,16,000 की आबादी और 20 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि सुरक्षित हुई है

सीएम योगी ने कार्यक्रम को दौरान जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि, वह नारायणी नदी पर पक्का पुल बनाने के लिए सर्वे का काम जल्द से जल्द शुरू करें. उन्होंने कहा कि, नारायणी के उस पार करीब 20 हजार की आबादी को इस पुल से सबसे अधिक फायदा मिलेगा, ऐसे में बाढ़ का पानी उतरते ही नदी पर कहा पुल बनाया जाना है, इसका सर्वे कराकर रिपोर्ट शासन को भेजी जाए. उन्होंने कहा कि आपदा में सरकार 24 घंटे अपने नागरिकों की सहायता और सुरक्षा के लिए खड़ी है.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, पिछले 7 साल में समय पर बाढ़ से बचाव के उपाय करने का परिणाम है कि, बड़े पैमाने पर जनधन की हानि को रोकने में मदद मिली है. सिर्फ कुशीनगर में करीब 3 लाख की आबादी को बाढ़ से बचाने में भी मदद मिली. इसी का परिणाम हे कि न केवल हम यहां सुरक्षित और निश्चिंत हैं, बल्कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी बाढ़ से बचाव को लेकर कार्य हुए हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि, कुशीनगर हिमालय की तलहटी में होने के कारण यहां नदी का करंट यहां बहुत तेज होता है, फिर भी यहां काफी राहत है. सात साल पहले छितौनी तटबंध पर जो लोग काम करते थे उनकी निर्मम हत्या होती थी. इस इलाके में माफिया हावी थे, सूर्य अस्त के बाद लोग आना जाना बंद कर देते थे. आज आतंक, अराजकता और गुंडागर्दी का अंत हो गया है.

सीएम योगी ने कहा कि, सरकार आपके सुख में आपके साथ सुखी होना चाहती है, मगर आपको कभी दु:ख न उठाना पड़े, सरकार इसके लिए समय से उपाय करती है, फिर भी आपदा आती है तो सरकार आपकी मदद के लिए प्रभावी कदम उठाती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां मुसहर जाति की बड़ी आबादी रहती है. हमने इन्हें जमीन का पट्टा, आवास, राशन कार्ड और आयुष्मान कार्ड दिया. इसके साथ ही वृद्धा पेंशन, निराश्रित महिला पेंशन, दिव्यांगजन पेंशन देने का भी कार्य हुआ है. बाढ़ प्रभावित हर व्यक्ति की सुरक्षा और सहायता के लिए सरकार 24 घंटे खड़ी है.

ये भी पढ़ें: CM योगी ने गोरखपुर को दी 55 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात

कुशीनगर में बाढ़ प्रभावित इलाकों का सीएम ने लिया जायजा (video credits ETV Bharat)

कुशीनगर: बाढ़ प्रभावित कुशीनगर का रविवार को सीएम योगी ने दौरा किया. इस दौरान जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों के हालात का जायजा लिया. सीएम योगी ने छितौनी-भैंसहा तटबंध का निरीक्षण भी किया. साथ ही बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच मुख्यमंत्री ने राहत सामग्री का वितरण किया. वहीं सीएम ने कार्यक्रम स्थल पहुंचकर कई योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र और विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किया. बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार भी संपन्न कराया. साथ ही टॉफी देकर उनको दुलार किया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, सात साल पहले तक ये पूरा इलाका सूनसान हो जाता था. माफिया, गुंडों का बोलबाला था. सीएम योगी ने कहा है कि, जिले में नारायणी और गंडक नदी के बाढ़ से बचाव के लिए बीते सात साल में बड़े स्तर पर प्रयास किये गये हैं. करीब 600 करोड़ रुपए की राशि खर्च किए गए. जिसका परिणाम है कि बाढ़ से बचाव के विभिन्न प्रबंध करने से 83 गांव की 1,16,000 की आबादी और 20 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि सुरक्षित हुई है

सीएम योगी ने कार्यक्रम को दौरान जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि, वह नारायणी नदी पर पक्का पुल बनाने के लिए सर्वे का काम जल्द से जल्द शुरू करें. उन्होंने कहा कि, नारायणी के उस पार करीब 20 हजार की आबादी को इस पुल से सबसे अधिक फायदा मिलेगा, ऐसे में बाढ़ का पानी उतरते ही नदी पर कहा पुल बनाया जाना है, इसका सर्वे कराकर रिपोर्ट शासन को भेजी जाए. उन्होंने कहा कि आपदा में सरकार 24 घंटे अपने नागरिकों की सहायता और सुरक्षा के लिए खड़ी है.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, पिछले 7 साल में समय पर बाढ़ से बचाव के उपाय करने का परिणाम है कि, बड़े पैमाने पर जनधन की हानि को रोकने में मदद मिली है. सिर्फ कुशीनगर में करीब 3 लाख की आबादी को बाढ़ से बचाने में भी मदद मिली. इसी का परिणाम हे कि न केवल हम यहां सुरक्षित और निश्चिंत हैं, बल्कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी बाढ़ से बचाव को लेकर कार्य हुए हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि, कुशीनगर हिमालय की तलहटी में होने के कारण यहां नदी का करंट यहां बहुत तेज होता है, फिर भी यहां काफी राहत है. सात साल पहले छितौनी तटबंध पर जो लोग काम करते थे उनकी निर्मम हत्या होती थी. इस इलाके में माफिया हावी थे, सूर्य अस्त के बाद लोग आना जाना बंद कर देते थे. आज आतंक, अराजकता और गुंडागर्दी का अंत हो गया है.

सीएम योगी ने कहा कि, सरकार आपके सुख में आपके साथ सुखी होना चाहती है, मगर आपको कभी दु:ख न उठाना पड़े, सरकार इसके लिए समय से उपाय करती है, फिर भी आपदा आती है तो सरकार आपकी मदद के लिए प्रभावी कदम उठाती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां मुसहर जाति की बड़ी आबादी रहती है. हमने इन्हें जमीन का पट्टा, आवास, राशन कार्ड और आयुष्मान कार्ड दिया. इसके साथ ही वृद्धा पेंशन, निराश्रित महिला पेंशन, दिव्यांगजन पेंशन देने का भी कार्य हुआ है. बाढ़ प्रभावित हर व्यक्ति की सुरक्षा और सहायता के लिए सरकार 24 घंटे खड़ी है.

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