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सीएम योगी बोले- स्वच्छताकर्मियों को मिलेगी न्यूनतम मानदेय की गारंटी, गोरखपुर की रैंकिंग 74 से 22 हुई - Gorakhpur sanitation workers

सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi in Gorakhpur) आज गोरखपुर पहुंचे. सीएम योगी ने नगर निगम की 116 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. साथ ही स्वच्छताकर्मियों को (sanitation workers honorarium) न्यूनतम मानदेय देने की बात कही.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 28, 2024, 5:30 PM IST

Updated : Jan 28, 2024, 6:03 PM IST

स्वच्छताकर्मियों को मिलेगी न्यूनतम मानदेय की गारंटी

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वच्छताकर्मियों को न्यूनतम मानदेय की गारंटी हर हाल में मिलनी चाहिए. सरकार जल्द ही इसे पूरे प्रदेश में सुनिश्चित कराएगी. स्वच्छताकर्मियों के निश्चित मानदेय के लिए पहले ही एक कमेटी गठित कर दी गई है. जल्द ही इस पर ठोस कदम उठाए जाएंगे. मानदेय के साथ स्वच्छताकर्मियों के लिए आवास और जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभ की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी.

सीएम योगी रविवार को नगर निगम की तरफ से आयोजित सफाई मित्र सुरक्षा और सम्मान सम्मलेन में विभिन्न विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण समारोह में शामिल हुए. अभयनंदन इंटर कॉलेज के मैदान पर हुए इस कार्यक्रम के मंच से मुख्यमंत्री ने सफाई मित्रों के लिए ई-सेवा पोर्टल, दस लाख रुपये तक की दुर्घटना बीमा सुविधा एवं कल्याण कोष का शुभारंभ किया. कल्याण कोष से चार सफाई मित्रों के आश्रितों को सहायता राशि का चेक भी दिया. सफाई मित्रों और वाहन चालकों को यूनिफॉर्म और लंच बॉक्स वितरित किए. साथ ही डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने नगर निगम की 116 करोड़ रुपये की लागत वाली 176 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया.

इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि सुंदरता की आत्मा स्वच्छता में ही निहित होती है. प्रायः देखा जाता है कि जिस पर सबसे अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए, वह किन्हीं कारणों से उपेक्षित हो जाता था. हम शहर को कितना भी सुंदर क्यों न बना लें, चौड़ी सड़कें बना लें लेकिन यदि स्वच्छता नहीं होगी, तो सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा. ऐसे में स्वच्छता के लिए समर्पित भाव से कार्य करने वाले कर्मियों का सम्मान सबको करना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में पांच सौ वर्षों के इंतजार के बाद रामलला का मंदिर बना है, उनकी प्राण प्रतिष्ठा हुई है. तो वहीं गोरखपुर की स्वच्छता रैंकिंग में सुधार हुआ है. इन दोनों उपलब्धियों के लिए सबको बधाई.

इसे भी पढ़े-सीएम योगी ने सुनीं शिकायतें, बोले-किसी भी दशा में बख्शे न जाएं जबरन जमीन कब्जाने वाले

सीएम योगी ने कहा कि स्वच्छता कर्मियों को न्यूनतम मानदेय के साथ आवासीय सुविधा भी मिलनी चाहिए. उन्हें राशन कार्ड, स्वास्थ्य बीमा कवर, उज्ज्वला जैसी योजनाओं का लाभ भी मिलना चाहिए. नगर निगम गोरखपुर ने इस दिशा में सराहनीय पहल की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सफाईकर्मी शहर की सूरत बदलने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य करते हैं. इसी का परिणाम है कि स्वच्छता सर्वेक्षण में गोरखपुर की रैंकिंग 74 से 22 पर आ गई है.

गोरखपुर को गार्बेज फ्री सिटी में थ्री स्टार रैंकिंग मिल गई है. गोरखपुर अब अच्छा और सुंदर शहर माना जाता है. परिवर्तन का परिणाम है कि यह देश के अच्छे शहरों में गिना जाता है. इसका सर्वाधिक श्रेय सफाईकर्मियों को मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम सभी का प्रयास होना चाहिए, कि अगली स्वच्छता रैंकिंग में गोरखपुर टॉप टेन और फिर टॉप थ्री में शामिल हो. इसके लिए जनता को और जागरूक करना होगा. पार्षदों को इस दिशा में जिम्मेदारी देते हुए सीएम योगी ने कहा कि पार्षदगण मोहल्ला स्वच्छता समिति का गठन कर लोगों को सड़क, नाली में कूड़ा न डालने, सफाईकर्मियों से दुर्व्यवहार न करने के प्रति जागरूक करें.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा, कि सीएम योगी के विजन से गोरखपुर एक ब्रांड बन गया है. रामगढ़ताल और उसके आसपास का क्षेत्र फॉरेन कंट्री सा लगता है. विकास के साथ सफाई के मामले में भी गोरखपुर नजीर पेश कर रहा है. उन्होंने सफाई मित्रों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कहा कि पीएम मोदी भी सफाईकर्मियों के चरणों का वंदन करते हैं. इस दौरान सीएम ने मासूम बच्चों का अन्नप्राशन कराया और गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की. मासूमों को सीएम योगी काफी देर तक गोद में लेकर दुलारते रहे और उन्हें उपहार में खिलौने दिए.

यह भी पढ़े-सीएम योगी ने 7 खिलाड़ियों को दी नौकरी, अनुराग ठाकुर बोले- पहले घोटाले बनते थे हेडलाइन, अब पदक विजेता छाए रहते

स्वच्छताकर्मियों को मिलेगी न्यूनतम मानदेय की गारंटी

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वच्छताकर्मियों को न्यूनतम मानदेय की गारंटी हर हाल में मिलनी चाहिए. सरकार जल्द ही इसे पूरे प्रदेश में सुनिश्चित कराएगी. स्वच्छताकर्मियों के निश्चित मानदेय के लिए पहले ही एक कमेटी गठित कर दी गई है. जल्द ही इस पर ठोस कदम उठाए जाएंगे. मानदेय के साथ स्वच्छताकर्मियों के लिए आवास और जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभ की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी.

सीएम योगी रविवार को नगर निगम की तरफ से आयोजित सफाई मित्र सुरक्षा और सम्मान सम्मलेन में विभिन्न विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण समारोह में शामिल हुए. अभयनंदन इंटर कॉलेज के मैदान पर हुए इस कार्यक्रम के मंच से मुख्यमंत्री ने सफाई मित्रों के लिए ई-सेवा पोर्टल, दस लाख रुपये तक की दुर्घटना बीमा सुविधा एवं कल्याण कोष का शुभारंभ किया. कल्याण कोष से चार सफाई मित्रों के आश्रितों को सहायता राशि का चेक भी दिया. सफाई मित्रों और वाहन चालकों को यूनिफॉर्म और लंच बॉक्स वितरित किए. साथ ही डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने नगर निगम की 116 करोड़ रुपये की लागत वाली 176 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया.

इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि सुंदरता की आत्मा स्वच्छता में ही निहित होती है. प्रायः देखा जाता है कि जिस पर सबसे अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए, वह किन्हीं कारणों से उपेक्षित हो जाता था. हम शहर को कितना भी सुंदर क्यों न बना लें, चौड़ी सड़कें बना लें लेकिन यदि स्वच्छता नहीं होगी, तो सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा. ऐसे में स्वच्छता के लिए समर्पित भाव से कार्य करने वाले कर्मियों का सम्मान सबको करना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में पांच सौ वर्षों के इंतजार के बाद रामलला का मंदिर बना है, उनकी प्राण प्रतिष्ठा हुई है. तो वहीं गोरखपुर की स्वच्छता रैंकिंग में सुधार हुआ है. इन दोनों उपलब्धियों के लिए सबको बधाई.

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सीएम योगी ने कहा कि स्वच्छता कर्मियों को न्यूनतम मानदेय के साथ आवासीय सुविधा भी मिलनी चाहिए. उन्हें राशन कार्ड, स्वास्थ्य बीमा कवर, उज्ज्वला जैसी योजनाओं का लाभ भी मिलना चाहिए. नगर निगम गोरखपुर ने इस दिशा में सराहनीय पहल की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सफाईकर्मी शहर की सूरत बदलने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य करते हैं. इसी का परिणाम है कि स्वच्छता सर्वेक्षण में गोरखपुर की रैंकिंग 74 से 22 पर आ गई है.

गोरखपुर को गार्बेज फ्री सिटी में थ्री स्टार रैंकिंग मिल गई है. गोरखपुर अब अच्छा और सुंदर शहर माना जाता है. परिवर्तन का परिणाम है कि यह देश के अच्छे शहरों में गिना जाता है. इसका सर्वाधिक श्रेय सफाईकर्मियों को मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम सभी का प्रयास होना चाहिए, कि अगली स्वच्छता रैंकिंग में गोरखपुर टॉप टेन और फिर टॉप थ्री में शामिल हो. इसके लिए जनता को और जागरूक करना होगा. पार्षदों को इस दिशा में जिम्मेदारी देते हुए सीएम योगी ने कहा कि पार्षदगण मोहल्ला स्वच्छता समिति का गठन कर लोगों को सड़क, नाली में कूड़ा न डालने, सफाईकर्मियों से दुर्व्यवहार न करने के प्रति जागरूक करें.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा, कि सीएम योगी के विजन से गोरखपुर एक ब्रांड बन गया है. रामगढ़ताल और उसके आसपास का क्षेत्र फॉरेन कंट्री सा लगता है. विकास के साथ सफाई के मामले में भी गोरखपुर नजीर पेश कर रहा है. उन्होंने सफाई मित्रों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कहा कि पीएम मोदी भी सफाईकर्मियों के चरणों का वंदन करते हैं. इस दौरान सीएम ने मासूम बच्चों का अन्नप्राशन कराया और गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की. मासूमों को सीएम योगी काफी देर तक गोद में लेकर दुलारते रहे और उन्हें उपहार में खिलौने दिए.

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Last Updated : Jan 28, 2024, 6:03 PM IST
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