रायपुर: बुधवार को मोदी कैबिनेट ने वन नेशन वन इलेक्शन से जुड़ी कोविद समिति की सिफारिश को मंजूरी दे दी. इसके बाद से पूरे देश में इस पर बहस छिड़ गई है. देश में एक साथ चुनाव कराए जाने को लेकर वन नेशन वन इलेक्शन के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवाई में एक समिति का गठन किया गया था. इस समिति की रिपोर्ट को बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने स्वीकार कर लिया. ऐसा माना जा रहा है कि संसद के शीतकालीन सत्र में इस रिपोर्ट को संसद में पेश किया जा सकता है.
वन नेशन वन इलेक्शन पर सियासी बहस शुरू : वन नेशन वन इलेक्शन पर अब सियासी बहस शुरू हो गई है. इस पर बनी समिति में कुल आठ सदस्य हैं. एक राष्ट्र, एक चुनाव को लेकर कुल 32 राजनीतिक दलों ने देश में एक साथ इलेक्शन कराने के प्रस्ताव का समर्थन किया है. इस प्रस्ताव के विरोध में कुल 15 राजनीतिक दल हैं. अब छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने इस प्रस्ताव को लेकर बयान दिया है.
वन नेशन वन इलेक्शन की सीएम ने की तारीफ: वन नेशन वन इलेक्शन की सीएम ने तारीफ की है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इससे समय और पैसे की बचत होगी और देश में विकास कार्यों को गति मिलेगी.
"हम पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हैं. ये पीएम मोदी की दूरदृष्टि का बेहतर परिणाम है, इससे देश को बहुत लाभ मिलेगा. इससे समय और खर्च की भी बचत होगी": विष्णुदेव साय, सीएम, छत्तीसगढ़
वन नेशन वन इलेक्शन से देश को होगा फायदा: सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि" वन नेशन वन इलेक्शन से देश को फायदा होगा. इससे समय और खर्च की बचत होगी क्योंकि बार बार चुनाव होता है तो पैसे खर्च होते हैं. बार बार आचार संहिता लगती है जिससे बहुत सारे विकास कार्य थम जाते हैं. वन नेशन, वन इलेक्शन के तहत देश में एक समय पर लोकसभा विधानसभा चुनाव होंगे. इससे भविष्य में सभी को फायदा होगा.