ETV Bharat / state

वन नेशन वन इलेक्शन से समय और पैसे की होगी बचत, नहीं रुकेंगे विकास कार्य: सीएम विष्णुदेव साय - One Nation One Election

सीएम विष्णुदेव साय ने वन नेशन वन इलेक्शन को केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिलने पर खुशी जताई है. उन्होंने रायपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन से समय और पैसे की बचत होगी. इसके लागू होने से देश को फायदा होगा.

CM VISHNUDEO SAI
वन नेशन वन इलेक्शन को केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी (ETV BHARAT)
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Sep 19, 2024, 6:47 PM IST

वन नेशन वन इलेक्शन पर सीएम साय का बयान (ETV BHARAT)

रायपुर: बुधवार को मोदी कैबिनेट ने वन नेशन वन इलेक्शन से जुड़ी कोविद समिति की सिफारिश को मंजूरी दे दी. इसके बाद से पूरे देश में इस पर बहस छिड़ गई है. देश में एक साथ चुनाव कराए जाने को लेकर वन नेशन वन इलेक्शन के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवाई में एक समिति का गठन किया गया था. इस समिति की रिपोर्ट को बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने स्वीकार कर लिया. ऐसा माना जा रहा है कि संसद के शीतकालीन सत्र में इस रिपोर्ट को संसद में पेश किया जा सकता है.

वन नेशन वन इलेक्शन पर सियासी बहस शुरू : वन नेशन वन इलेक्शन पर अब सियासी बहस शुरू हो गई है. इस पर बनी समिति में कुल आठ सदस्य हैं. एक राष्ट्र, एक चुनाव को लेकर कुल 32 राजनीतिक दलों ने देश में एक साथ इलेक्शन कराने के प्रस्ताव का समर्थन किया है. इस प्रस्ताव के विरोध में कुल 15 राजनीतिक दल हैं. अब छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने इस प्रस्ताव को लेकर बयान दिया है.

वन नेशन वन इलेक्शन की सीएम ने की तारीफ: वन नेशन वन इलेक्शन की सीएम ने तारीफ की है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इससे समय और पैसे की बचत होगी और देश में विकास कार्यों को गति मिलेगी.

"हम पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हैं. ये पीएम मोदी की दूरदृष्टि का बेहतर परिणाम है, इससे देश को बहुत लाभ मिलेगा. इससे समय और खर्च की भी बचत होगी": विष्णुदेव साय, सीएम, छत्तीसगढ़

वन नेशन वन इलेक्शन से देश को होगा फायदा: सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि" वन नेशन वन इलेक्शन से देश को फायदा होगा. इससे समय और खर्च की बचत होगी क्योंकि बार बार चुनाव होता है तो पैसे खर्च होते हैं. बार बार आचार संहिता लगती है जिससे बहुत सारे विकास कार्य थम जाते हैं. वन नेशन, वन इलेक्शन के तहत देश में एक समय पर लोकसभा विधानसभा चुनाव होंगे. इससे भविष्य में सभी को फायदा होगा.

'वन नेशन वन इलेक्शन' को मंजूरी, मोदी कैबिनेट में पास हुआ प्रस्ताव

'वन नेशन वन इलेक्शन' लागू करना कितना कठिन, किसे होगा फायदा, क्षेत्रीय दलों की क्या हैं चिंताएं, जानें

वन नेशन वन इलेक्शन: संविधान में संशोधन, NDA और विपक्ष का समर्थन जरूरी, जानें कितना मुमकिन है एक साथ चुनाव?

वन नेशन वन इलेक्शन पर सीएम साय का बयान (ETV BHARAT)

रायपुर: बुधवार को मोदी कैबिनेट ने वन नेशन वन इलेक्शन से जुड़ी कोविद समिति की सिफारिश को मंजूरी दे दी. इसके बाद से पूरे देश में इस पर बहस छिड़ गई है. देश में एक साथ चुनाव कराए जाने को लेकर वन नेशन वन इलेक्शन के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवाई में एक समिति का गठन किया गया था. इस समिति की रिपोर्ट को बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने स्वीकार कर लिया. ऐसा माना जा रहा है कि संसद के शीतकालीन सत्र में इस रिपोर्ट को संसद में पेश किया जा सकता है.

वन नेशन वन इलेक्शन पर सियासी बहस शुरू : वन नेशन वन इलेक्शन पर अब सियासी बहस शुरू हो गई है. इस पर बनी समिति में कुल आठ सदस्य हैं. एक राष्ट्र, एक चुनाव को लेकर कुल 32 राजनीतिक दलों ने देश में एक साथ इलेक्शन कराने के प्रस्ताव का समर्थन किया है. इस प्रस्ताव के विरोध में कुल 15 राजनीतिक दल हैं. अब छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने इस प्रस्ताव को लेकर बयान दिया है.

वन नेशन वन इलेक्शन की सीएम ने की तारीफ: वन नेशन वन इलेक्शन की सीएम ने तारीफ की है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इससे समय और पैसे की बचत होगी और देश में विकास कार्यों को गति मिलेगी.

"हम पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हैं. ये पीएम मोदी की दूरदृष्टि का बेहतर परिणाम है, इससे देश को बहुत लाभ मिलेगा. इससे समय और खर्च की भी बचत होगी": विष्णुदेव साय, सीएम, छत्तीसगढ़

वन नेशन वन इलेक्शन से देश को होगा फायदा: सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि" वन नेशन वन इलेक्शन से देश को फायदा होगा. इससे समय और खर्च की बचत होगी क्योंकि बार बार चुनाव होता है तो पैसे खर्च होते हैं. बार बार आचार संहिता लगती है जिससे बहुत सारे विकास कार्य थम जाते हैं. वन नेशन, वन इलेक्शन के तहत देश में एक समय पर लोकसभा विधानसभा चुनाव होंगे. इससे भविष्य में सभी को फायदा होगा.

'वन नेशन वन इलेक्शन' को मंजूरी, मोदी कैबिनेट में पास हुआ प्रस्ताव

'वन नेशन वन इलेक्शन' लागू करना कितना कठिन, किसे होगा फायदा, क्षेत्रीय दलों की क्या हैं चिंताएं, जानें

वन नेशन वन इलेक्शन: संविधान में संशोधन, NDA और विपक्ष का समर्थन जरूरी, जानें कितना मुमकिन है एक साथ चुनाव?

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.