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हिमाचल प्रदेश में नहीं है कोई आर्थिक संकट, भाजपा कर रही राजनीति: सीएम सुक्खू - CM Sukhu on BJP - CM SUKHU ON BJP

CM Sukhvinder Singh Sukhu on Himachal Economic Crisis: हिमाचल प्रदेश में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष बिना तैयारी के बयानबाजी कर रहा है. प्रदेश में कोई फाइनेंशियल मैस नहीं है.

सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुख्यमंत्री
सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुख्यमंत्री (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 1, 2024, 3:08 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में आर्थिक संकट को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है और सरकार पर फिजूल खर्ची के आरोप लगा रहा है. वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश में किसी भी तरह के आर्थिक संकट होने की बात को सिरे से नकार दिया. उन्होंने कहा कि जब से सरकार सत्ता में आई है, पहले दिन से हिमाचल को साल 2027 तक आत्मनिर्भर बनाने और 2032 तक देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने की बात कही है. अर्थव्यवस्था में सुधार करने की प्रक्रिया में प्रदेश सरकार काम कर रही है. ये जो कहा जा रहा है कि प्रदेश में फाइनेंशियल मेस हो गया है ये गलत है. अगर हमने दो वेतन भत्तों को विलंबित किया है तो अर्थव्यवस्था सुधार की प्रक्रिया का हिस्सा है.

सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुख्यमंत्री (Etv Bharat)

'हजारों लोग छोड़ना चाहते हैं सब्सिडी'

सीएम सुक्खू ने कहा कि भाजपा जो 85 हजार करोड़ की देनदारियां की बात कर रही है वो भाजपा सरकार छोड़ कर गई है. कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही कर्मचारियों को 7% DA दिया. प्रदेश में 14 प्रकार की सब्सिडी दी जा रही है, जिनको आवश्यकता नहीं उन्हें भी मिल रही है. हजारों लोग सबसिडी छोड़ने की बात कह रहे हैं, हजारों लोगों ने बिजली पानी की सब्सिडी छोड़ने की बात कही है.

'सरकारी कर्मचारियों को मिलती रहेगी सैलरी'

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को सरकार बनाए हुए सिर्फ 19 महीने हुए हैं. पूर्व सरकार के समय प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई थी. वर्तमान सरकार इसमें सुधार कर रही है. इसमें पैसों की जरूरत है. सरकारी कर्मचारियों की सैलरी जो है, वो समय पर मिलेगी और पेंशन भी दी जाएगी. 28 कर्मचारियों को एरियर दे दिया है. केंद्र सरकार से 9200 करोड़ रुपए एनपीएस और 9300 करोड़ रुपए पीडीएन का मिलना है. बीबीएमबी में 4300 करोड़ रुपये का शेयर है, इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट से निर्देश भी दिए हैं.

बिना तैयारी के भाजपा कर रही बयानबाजी

वहीं, प्रदेश में आर्थिक संकट को लेकर मुख्यमंत्री ने भाजपा पर राजनीति करने के आरोप लगाए और कहा कि भाजपा नेता बिना तैयारी के बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता कभी ड्रोन से जासूसी की बता कर रहे हैं कभी फाइनेंशियल मेस की बात कर रहे हैं. विपक्ष के नेताओं को होमवर्क करके आने की जरूरत है.

ये भी पढ़ें: "कर्मचारियों की भविष्य निधि को गिरवी रख कर कर्ज ले रही सरकार, आर्थिक दिवालियापन की ओर जा रहा हिमाचल"

शिमला: हिमाचल प्रदेश में आर्थिक संकट को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है और सरकार पर फिजूल खर्ची के आरोप लगा रहा है. वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश में किसी भी तरह के आर्थिक संकट होने की बात को सिरे से नकार दिया. उन्होंने कहा कि जब से सरकार सत्ता में आई है, पहले दिन से हिमाचल को साल 2027 तक आत्मनिर्भर बनाने और 2032 तक देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने की बात कही है. अर्थव्यवस्था में सुधार करने की प्रक्रिया में प्रदेश सरकार काम कर रही है. ये जो कहा जा रहा है कि प्रदेश में फाइनेंशियल मेस हो गया है ये गलत है. अगर हमने दो वेतन भत्तों को विलंबित किया है तो अर्थव्यवस्था सुधार की प्रक्रिया का हिस्सा है.

सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुख्यमंत्री (Etv Bharat)

'हजारों लोग छोड़ना चाहते हैं सब्सिडी'

सीएम सुक्खू ने कहा कि भाजपा जो 85 हजार करोड़ की देनदारियां की बात कर रही है वो भाजपा सरकार छोड़ कर गई है. कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही कर्मचारियों को 7% DA दिया. प्रदेश में 14 प्रकार की सब्सिडी दी जा रही है, जिनको आवश्यकता नहीं उन्हें भी मिल रही है. हजारों लोग सबसिडी छोड़ने की बात कह रहे हैं, हजारों लोगों ने बिजली पानी की सब्सिडी छोड़ने की बात कही है.

'सरकारी कर्मचारियों को मिलती रहेगी सैलरी'

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को सरकार बनाए हुए सिर्फ 19 महीने हुए हैं. पूर्व सरकार के समय प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई थी. वर्तमान सरकार इसमें सुधार कर रही है. इसमें पैसों की जरूरत है. सरकारी कर्मचारियों की सैलरी जो है, वो समय पर मिलेगी और पेंशन भी दी जाएगी. 28 कर्मचारियों को एरियर दे दिया है. केंद्र सरकार से 9200 करोड़ रुपए एनपीएस और 9300 करोड़ रुपए पीडीएन का मिलना है. बीबीएमबी में 4300 करोड़ रुपये का शेयर है, इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट से निर्देश भी दिए हैं.

बिना तैयारी के भाजपा कर रही बयानबाजी

वहीं, प्रदेश में आर्थिक संकट को लेकर मुख्यमंत्री ने भाजपा पर राजनीति करने के आरोप लगाए और कहा कि भाजपा नेता बिना तैयारी के बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता कभी ड्रोन से जासूसी की बता कर रहे हैं कभी फाइनेंशियल मेस की बात कर रहे हैं. विपक्ष के नेताओं को होमवर्क करके आने की जरूरत है.

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