मंडी: हिमाचल में एसडीएम का दांत तोड़ने पर प्रशासन खनन माफिया के खिलाफ एक्शन मोड में आ गया है. खासकर मंडी जिले में प्रशासन ने खनन माफियाओं के खिलाफ ''जीरो टॉलरेंस'' की नीति अपनाई है. गौरतलब है कि 10 फरवरी को मंडी जिले के बिंद्रावणी में खनन माफिया पर कार्रवाई करने गए एसडीएम सदर ओमकांत ठाकुर पर जानलेवा हमला किया गया था. जिसमें एसडीएम सदर का एक दांत टूट गया था और वो बुरी तरह घायल भी हो गए थे. जिसके बाद से खनन माफिया प्रशासन की रडार लिस्ट में आ गए हैं. खासकर मंडी जिले में प्रशासन द्वारा माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है.
क्या है ''जीरो टॉलरेंस'' अभियान?
मंडी में एक्टिव विभिन्न माफियाओं के खिलाफ जिला प्रशासन ने ''जीरो टॉलरेंस'' अभियान शुरू किया है. जिसके तहत अब प्रशासन नशा माफियाओं के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर रही है. जीरो टॉलरेंस के तहत आरोपियों के खिलाफ किसी तरह की कोई नरमी न बरतते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने बताया, "जिला मंडी में चिट्टे और अवैध खनन के खिलाफ जोरों-शोरों से काम हो रहा है. चिट्टा और अवैध खनन माफिया बहुत गहरे तक अपने पैर पसार चुके हैं. जिले में जहां से भी अवैध खनन की शिकायतें विभाग के पास पहुंच रहीं हैं, उन पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है और लगातार चालान भी किए जा रहें हैं. माफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है."
लोगों से अभियान में जुड़ने की अपील
डीसी मंडी ने कहा कि चिट्टे जैसे जानलेवा नशे के खिलाफ सभी को आगे आने की जरूरत है. उन्होंने जिला वासियों से जिला प्रशासन के इस अभियान के साथ जुड़ने और जीरो टॉलरेंस की नीति को आगे बढ़ाने के लिए सहयोग की अपील की है. मंगलवार को पुलिस लाइन मंडी के सभागार में डीसी मंडी अपूर्व देवगन की अध्यक्षता में नार्को समन्वय केंद्र व नशा मुक्त भारत अभियान की बैठक आयोजित की गई. जिसमें जीरो टॉलरेंस नीति को सफल बनाने के लिए चर्चा की गई. इस बैठक में जिला के एडीएम मंडी डॉ मदन कुमार, एएसपी मंडी सागर चंद्र सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
'नशे की सप्लाई व डिमांड चेन तोड़ने की जरूरत'
डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने चिंता जाहिर करते हुए कहा, "चिट्टे के नशे से आज लगातार युवा मौत का ग्रास बन रहे हैं. इस नशे की सप्लाई व डिमांड चेन को तोड़ने के लिए पुलिस व प्रशासन लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन लोगों के सहयोग के बिना सफलता मिलना नामुकिन हैं. लोगों को स्वयं इस नशे को जड़ से खत्म करने के लिए घर से बाहर निकलना होगा और नशा तस्करों की जानकारी पुलिस को देनी होगी." वहीं, डीसी मंडी ने लोगों से अपने बच्चों को नशे जैसी बुराइयों से बचाने के साथ उन्हें सही दिशा में ले जाने की अपील की है.