पटनाः बिहार में मानसून एक बार फिर से सक्रिय हो गया है. मानसून की सक्रियता के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं भी लगातार हो रही है. पिछले 24 घंटे में अलग-अलग जिलों में 12 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तरफ से शोक संवेदना व्यक्त की गई है और लोगों को सतर्क रहने का आग्रह किया है.
वज्रपात से गया में 5 एवं नालंदा में 2 व्यक्तियों की मृत्यु दुःखद। मृतकों के परिजनों को अविलंब 4-4 लाख रूपए अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया है। वज्रपात से घायल लोगों के समुचित इलाज का निर्देश दिया है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है। लोगों से अपील है कि खराब मौसम में…
— Nitish Kumar (@NitishKumar) August 1, 2024
गया में सबसे अधिक 5 की मौतः वज्रपात से सबसे अधिक गया जिला में 05, नालंदा जिला में 02, रोहतास में 02 एवं जहानाबाद में 03 व्यक्तियों की मौत हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वज्रपात से लोगों की हुई मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. सीएम नीतीश कुमार ने मृतक के परिजनों को अविलंब चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं.
मौसम खराब होने पर सतर्कता बरतेः मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.
वज्रपात से राहत नहीं: वज्रपात से बचाव के लिए ऐसे तो बिहार सरकार के तरफ से कई उपाय किए गए हैं. मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग ने पहले सूचना देने के साथ प्रचार माध्यमों से भी जागरूकता लाने की कोशिश की है लेकिन वज्रपात से मौत की घटना रुक नहीं रही है. विशेषकर ग्रामीण इलाकों में घटना ज्यादा हो रही है.
यह भी पढ़ेंः
गया में वज्रपात से पांच लोगों की मौत, तीन लोग अस्पताल में भर्ती - Lightning In Gaya