खजुराहो। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंगलवार की शाम विश्व प्रसिद्ध 50 वें खजुराहो नृत्य समारोह का भव्य शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ''खजुराहो अब बदल रहा है, खजुराहो नृत्य समारोह ने देश दुनिया में एक अलग पहचान बनाई है. आज यहां कथक कुंभ में जो विश्व कीर्तिमान बना है, जो नया इतिहास रचा गया है वह बड़ी उपलब्धि तो है ही, साथ ही इससे देश दुनिया में भारतीय संस्कृति का मान सम्मान बढ़ेगा.'' मुख्यमंत्री यादव ने इस अवसर पर मध्यप्रदेश राज्य रूपंकर कला पुरस्कार एवं प्रदर्शनी 2024 के पुरस्कार भी वितरित किए.
भारतीय संस्कृति ने हमे गर्व करना सिखाया
अपने उद्बोधन में मोहन यादव ने कहा कि ''भारतीय संस्कृति को नष्ट करने के बहुत प्रयास हुए लेकिन ये सारे प्रयास असफल रहे. हमारे पूर्वजों ने बलिदान देकर अपनी संस्कृति और धर्म की रक्षा की. खजुराहो के मंदिर एक हजार साल पुराने इतिहास का साक्षात उदाहरण हैं. भारतीय संस्कृति ने हमे गर्व करना सिखाया है.'' पिछले दिनों दिसंबर में ग्वालियर में तानसेन समारोह के दौरान बने तबला वादन के विश्व रिकॉर्ड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ''खजुराहो में नृत्य का जो रिकॉर्ड बना है वह अद्भुत है, इससे तो मेरा सीना भी चौड़ा हो गया है. कला साधकों ने भारतीय संस्कृति का पताका विश्व में फहराने का काम किया है.
खजुराहो बनेगी नगरपालिका, अस्पताल का निर्माण
वीडी शर्मा ने कहा कि ''खजुराहो पहले से ही विश्व धरोहर है, इस बार इस समारोह में चार चांद और लग गए कि यहां की धरती पर विश्व कीर्तिमान स्थापित हुआ. खजुराहो के लिए ये बड़ी उपलब्धि है.'' उन्होंने कहा कि ''डबल इंजन की सरकार के चलते यह अभूतपूर्व विकास हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी ने खजुराहो को जहां एयरपोर्ट दिया तो वही पायलट ट्रेनिंग सेंटर भी शुरू किया. मुख्यमंत्री ने आयुर्वेदिक हॉस्पिटल और कॉलेज शुरू किया है.'' उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष खजुराहो को नगर पालिका बनाने के साथ एक हॉस्पिटल के निर्माण की भी मांग रखी, जिसे मुख्यमंत्री यादव ने तत्काल स्वीकार कर इनके निर्माण की घोषणा भी कर दी. इसके साथ ही उन्होंने 200 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात भी खजुराहो के लोगों को सौंपी है.
इन्हें मिले राज्य रूपंकर कला पुरस्कार
मध्यप्रदेश राज्य रूपंकर कला पुरस्कार एवं प्रदर्शनी 2024 जिन 10 कलाकारों को पुरस्कृत किया गया है, उनमें भोपाल की कामताबाई को देवशकृष्ण जटाशंकर जोशी पुरस्कार, भोपाल की ही रोशनी श्याम को मुकुंद सखाराम भांड पुरस्कार, भोपाल के झुमुकदास को सैय्यद हैदर रजा पुरस्कार, ग्वालियर के अनूप शिवहरे को दत्तात्रेय दामोदर देवलालीकर पुरस्कार, ग्वालियर के बलवंत सिंह भदौरिया को जगदीश स्वामीनाथन पुरस्कार, ग्वालियर के उमेंद्र वर्मा को विष्णु चिंचालकर पुरस्कार, ग्वालियर के अनुराग जडिया को नारायण श्रीधर बेंद्रे पुरस्कार, खरगोन की दिव्य व्यास को रघुनाथ कृष्णराव फड़के पुरस्कार, इंदौर की शिखा गोयल को राममनोहर सिन्हा पुरस्कार, एवं अक्षय साकला को लक्ष्मीशंकर राजपूत पुरस्कार प्रदान किया गया. मुख्यमंत्री ने सभी अतिथियों के साथ इन कलाकारों को 51 हजार की सम्मान निधि एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए और सभी को शुभकामनाएं भी दीं.
समारोह के खास आकर्षण
संस्कृति विभाग के अन्तर्गत उस्ताद अलाद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी के साथ पर्यटन विभाग, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, वर्ल्ड डांस एलायंस एवं छतरपुर जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से आयोजित किए जा रहे खजुराहो नृत्य समारोह के दौरान भारतीय नृत्य-शैलियों के सांस्कृतिक परिदृश्य एवं कला-यात्रा की प्रदर्शनी भारतीय नृत्यों पर एकाग्र-नेपथ्य, भारत सहित विश्व के अन्य देशों की कला प्रदर्शनी आर्ट-मार्ट, भारत एवं पांच देशों के नृत्य कलाकारों द्वारा नृत्य की नई भाषा का संधा-लय शाला कलाकार और कलाविदों का संवाद-कलावार्ता, वरिष्ठ चित्रकार शंकर शिंदे की कला अवदान पर एकाग्र प्रदर्शनी- प्रणति, देशज ज्ञान एवं परम्परा का मेला-हुनर के साथ टेराकोटा और सिरेमिक राष्ट्रीय प्रदर्शनी कार्यशाला-समष्टि जैसे प्रमुख आकर्षण हैं.
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साहसिक पर्यटक गतिविधियों का भी उठा सकते हैं आनंद
खजुराहो में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ कला प्रेमी और पर्यटक साहसिक गतिविधियों का आनंद भी उठा सकते हैं. पर्यटक क्षेत्र विशेष की संस्कृति, धरोहर, परंपराओं, रीति-रिवाजों और खान-पान से रूबरू हो सकते हैं. उत्सव में ग्लैंपिंग, विलेज टूर, वॉक विद पारधी, ई-बाइक टूर, सेग-वे टूर, वाटर एडवेंचर जैसी रोमांचक गतिविधियों के साथ स्थानीय संस्कृति, कला और स्थानीय बुंदेली व्यंजनों के स्वाद का भी आनंद लिया जा सकता है.