देहरादून: वायरल वीडियो मामले में बीजेपी विधायक महेश जीना के खिलाफ केस दर्ज हो गया है. IAS एसोसिएशन ने भी इस मामले में बीजेपी विधायक महेश जीना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वहीं, अब इस मामले में सीएम धामी की एंट्री हो गई है. सीएम धामी ने वायरल वीडियो मामले का संज्ञान लेते हुए बीजेपी विधायक और देहरादून के नगर आयुक्त के बीच हुए विवाद की जांच के आदेश दिए हैं. मामले की जांच गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे कर रहे हैं.
दरअसल, मामला राजधानी देहरादून के सहस्त्रधारा रोड पर नगर निगम के पुराने ट्रंचिंग ग्राउंड में कूड़ा निस्तारण की टेंडर प्रक्रिया से जुड़ा हुआ है. जिसमें भाजपा विधायक के परिचित को किसी वजह से अयोग्य कर टेंडर से बाहर कर दिया गया. नगर निगम ने विधायक के परिचित की फर्म को टेंडर प्रक्रिया से बाहर क्यों किया? यह जानने के लिए विधायक नगर निगम पहुंचे. जहां पहुंचकर उन्होंने पहले नगर आयुक्त को फोन किया. जिस पर नगर आयुक्त में उपस्थित न होने का बहाना बनाया, जबकि नगर आयुक्त वहीं अंदर बैठे हुए थे.
विधायक महेश जीना ने बताया बड़ी मुश्किल के बाद नगर निगम के कुछ कर्मचारियों द्वारा किसी एक गैर सरकारी व्यक्ति को मुलाकात के लिए भेजा. विधायक ने बताया नगर निगम के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा मुलाकात के लिए भेजा गया या व्यक्ति डिपार्टमेंट का व्यक्ति नहीं था. इसके द्वारा एक जनप्रतिनिधि को नहीं पहचान गया और अभद्रता की गई. मामला जब ज्यादा बढ़ा तो अंदर बैठे नगर आयुक्त के पास मामला पहुंचा. उनके द्वारा भी लगातार बदसलूकी गई. जिसका जवाब लगातार विधायक ने दिया. इसी दौरान हो रही बहस का वीडियो वायरल हो गया. उन्होंने कहा वह इस मामले में बिल्कुल भी कोताही नहीं बरतेंगे. वे विधानसभा में विशेष अधिकार हनन के तहत इस मामले को उठाएंगे. उन्होंने कहा वह पत्र लिखकर मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और संसदीय कार्य मंत्री से भी इस मामले की शिकायत करेंगे. अब सीएम धामी ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिये हैं.
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