जयपुर : सोमवार को नवरात्रि के 5वें दिन पर जयपुरवासियों को माता की सवारी के दर्शन टाइगर सफारी के जरिए हो सकेंगे. नाहरगढ़ टाइगर सफारी का उद्घाटन आज सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा करेंगे. इस दौरान नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा, वन पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा समेत वन महकमे के प्रमुख अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद रहेंगे. उद्घाटन के साथ ही चार पर्यटक वाहनों से पर्यटक इस 32 हेक्टेयर की टाइगर सफारी में बाघों का दीदार कर सकेंगे. टाइगर सफारी में शुरुआत में पुणे से लाई गई बाघिन भक्ति को छोड़ा जाएगा. इस टाइगर सफारी में भक्ति के अलावा चमेली और बाघ गुलाब को रखा गया है. इन्हें कुछ समय बाद एक साथ टाइगर सफारी में रिलीज करने की योजना है.
200 प्रति पर्यटक किराया : नाहरगढ़ टाइगर सफारी के लिए सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बुकिंग आएगी. मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक पवन उपाध्याय ने बताया कि रणथम्भौर और सरिस्का में पर्यटकों को खुले में बाघ देखने के लिए काफी लंबा समय और दूरी तय करनी पड़ती है. साथ ही काफी पैसा भी खर्च करना पड़ता है. ऐसे में नाहरगढ़ टाइगर सफारी में महज 1 घंटे में ₹200 खर्च कर सरिस्का और रणथम्भौर की तर्ज पर वन्य जीव प्रेमी बाघों का करीब से दीदार कर सकेंगे.
यह सब खास होगा टाइगर सफारी में : नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में तैयार की गई टाइगर सफारी पर कुल साढ़े चार करोड़ की लागत आई है. टाइगर सफारी के चारों ओर फेंसिंग रखी गई है, इसके साथ ही यहां आउटर ट्रैक भी बनाया गया है. सफारी के अंदर शेल्टर और वाटर पॉइंट भी तैयार किए गए हैं. आठ के आकार में इस सफारी में दो ट्रैक तैयार किए गए हैं, जहां आने वाले सैलानी घूमते हुए बाघों का दीदार कर सकेंगे. इस पर कुल ₹200 प्रति व्यक्ति का खर्च आएगा.
टाइगर सफारी पर एक नजर
- 4.50 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुई टाइगर सफारी
- टाइगर सफारी में फेंसिंग, आउटर ट्रैक और गार्ड रूम बनाए
- वाटर पॉइंट और 10 शेल्टर भी होंगे सफारी में
- जयपुर में शुरू होगी पांचवीं वाइल्ड लाइफ सफारी
- बाघिन भक्ति को शुरुआत में सफारी में करेंगे रिलीज
- बाघों का 1 जोड़ा भी बढ़ाएगा सफारी की शान
- 8 के आकार में बनाए गए हैं दो सफारी ट्रैक
- 4 गाड़ियों में बैठकर बाघों का दीदार कर सकेंगे सैलानी
- 200 रुपए तक प्रति व्यक्ति लिया जाएगा शुल्क
5 वाइल्ड लाइफ सफारी वाला शहर जयपुर : नाहरगढ़ में टाइगर सफारी जयपुर की पांचवीं वन्य जीव सफारी होगी. ऐसा देश में कहीं दूसरे शहर में नहीं है. आमेर में हाथी की सफारी, आमागढ़ और झालाना में लेपर्ड सफारी के साथ ही नाहरगढ़ जैविक उद्यान में लॉयन सफारी का पहले से जयपुर आने वाले पर्यटक आनंद ले पा रहे हैं. नाहरगढ़ में टाइगर सफारी शुरू होने के बाद अब जयपुर आने वाले पर्यटकों को बाघों के दीदार के लिए कहीं और नहीं जाना पड़ेगा. ऐसे में उनके समय और खर्च दोनों की बचत होगी. साथ ही सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा.