पटना: लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के सांसद चिराग पासवान ने पटना में कांग्रेस पार्टी को जमकर लतारा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में ओबीसी का आरक्षण छीन कर अल्पसंख्यक समाज को दिया यह बात सब जानती है और इस बार भी कांग्रेस और उनके सहयोगी पार्टी इसी तरह का काम करने वाले हैं. इसीलिए आरक्षण को लेकर तरह-तरह का बात करते हैं.
एनडीए करती आरक्षण का समर्थन: उन्होंने कहा कि देश में नरेंद्र मोदी की सरकार 10 साल से है और कभी भी आरक्षण को लेकर कोई समस्या पैदा नहीं किया गया. आगे भी हम बताते हैं कि एनडीए गठबंधन में से कोई भी लोग आरक्षण के विरोधी नहीं हो सकते हैं. हम लोग लगातार आरक्षण का समर्थन करते आ रहे हैं.
कर्नाटक में भी ओवीसी से छीना आरक्षण: उन्होंने कहा कि बिहार में भी जब आरक्षण का कोटा बढ़ा तो एनडीए के सभी गठबंधन दल के लोग ने समर्थन किया है. जिन लोगों ने आरक्षण का विरोध किया है या दूसरे का आरक्षण छीन कर दूसरे को दे दिया है वह सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस और उनके सहयोगी पार्टियों है. कर्नाटक में क्या जरूरत थी कि ओबीसी समाज का आरक्षण छीनकर अल्पसंख्यकों में देना की. निश्चित तौर पर कांग्रेस पार्टी वोट बैंक के लिए यह सब काम करते रहती है और दूसरे पर आरोप लगाते रहती है.
विशेष समुदाय के लोगों को मिलेगा आरक्षण: उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अभी भी बयान सबके सामने है. उन्होंने कहा था कि देश के संपत्ति पर पहला अधिकार एक विशेष समुदाय के लोगों का है. आप समझ लीजिए कांग्रेस ऐसी ही विचारधारा की पार्टी है जो कि वोट के लिए कुछ से कुछ करने के लिए तैयार है और दूसरे पार्टी पर आरोप लगा रहा है. सच्चाई यह है कि कर्नाटक में जिस तरह से ओबीसी समाज का आरक्षण छीन कर अल्पसंख्यक को दे दिया गया. वह कहीं से भी उचित नहीं है. कभी भी बीजेपी या उसकी सहयोगी पार्टियों ने संविधान से छेड़छाड़ नहीं किया है.
"इन लोगों को कोई मुद्दा नहीं मिलता है तो आरक्षण की बात करने लगते है. लेकिन सच्चाई यह है कि किसी ने अगर आरक्षण को खत्म करने की साजिश की तो वह कांग्रेस और उनके सहयोगी पार्टियों है. कभी भी एनडीए के लोग आरक्षण का विरोध नहीं करते है. देश के प्रधानमंत्री लगातार चाहते है कि जो समाज में बराबरी का माहौल हो." - चिराग पासवान, सांसद