सरगुजा: एकलव्य आवासीय परिसर स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे शनिवार को सात किलोमीटर पैदल चलकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. छात्रों की शिकायत थी कि हॉस्टल वार्डन न तो उनको बेहतर खाना देते हैं न घर वालों से बात करने की इजाजत देते हैं. सात किलोमीटर पैदल चलकर कलेक्टर के दफ्तर पहुंचे बच्चों की शिकायत सुनकर कलेक्टर ने तुरंत प्राचार्य और छात्रावास अधीक्षक को उनके पद से हटा दिया. कलेक्टर का कहना था कि बच्चे जो समस्याएं लेकर आए थे उसे हल करने की हर संभव कोशिश की जाएगी.
क्या है बच्चों की शिकायत: बच्चों की शिकायत थी कि छात्रावास की रसोई में जो खाना बनता है उसे गंदे पानी से बनाया जाता है. जब घरवाले हमसे बात करना चाहते हैं तो वार्डन उनसे बात नहीं करने देते. जब हम वार्डन से कहते हैं कि हमें अपने माता पिता से बात करनी है तो वो हमारे पेरेंट्स को गंवार तक कह देते हैं. बच्चों की शिकायत सुनकर कलेक्टर ने तुरंत हॉस्टल में तमाम व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश जारी किए. कलेक्टर ने बच्चों से कहा कि वो चिंता नहीं करें जो भी शिकायत है उसका समाधान निकाला जाएगा.
प्राचार्य और वार्डन की छुट्टी: वर्तमान में पेटला का एकलव्य घंघरी में संचालित किया जा रहा है. प्रशासन के मुताबिक नया भवन पेटला में बनाया जा रहा है. जबतक पेटला में नया भवन नहीं बन जाता तबतक घंघरी से ही एकलव्य स्कूल संचालित किया जाएगा. बच्चों ने जिस हॉस्टल वार्डन और प्राचार्य की शिकायत की थी उसे हटाकर दूसरी जगह पर शिफ्ट कर दिया गया है. कलेक्टर ने कहा है कि छात्रावास में जो मेन्यू तय किया गया है उसके मुताबिक ही बच्चों को खाना मिलना चाहिए. छात्रावास में रहे रहे बच्चों ने प्राचार्य मनोज वर्मा और छात्रावास अधीक्षिका अनुप्रिया दुबे पर गंभीर आरोप लगाए थे.