रायपुर: रायपुर संभाग के सभी सरकारी दफ्तरों में बायोमिट्रिक अटेंडेंस की शुरुआत होने वाली है. मशीनों को लगाने की कवायद तेज हो इससे पहले कर्मचारी संघ विरोध में उतर आए हैं. बायोमिट्रिक अटेंडेंस दर्ज करने का आदेश रायपुर संभाग के आयुक्त महादेव कावरे ने दिया है. जो आदेश संभागआयुक्त ने जारी किया है उस आदेश के निकले भी करीब 2 महीने हो चुके हैं. अभी तक सरकारी दफ्तरों में बायोमिट्रिक अटेंडेंस मशीन नहीं लग पाई है. अब संभाग आयुक्त ने बायोमिट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लागू करने पर समीक्षा किए जाने की बात कही है.
बायोमिट्रिक अटेंडेंस सिस्टम का विरोध: रायपुर संभाग आयुक्त के निर्देश पर अब कर्मचारी संगठन आपत्ति जता रहे हैं. कर्मचारी संघ का कहना है कि काम तो उनको ही करना है. दफ्तर आने का समय तो यहां निश्चित है, जाने का समय यहां तय नहीं है. कई बार उनको छुट्टी के बाद भी और छुट्टी के दिन भी काम करना पड़ता है. ऐसे में जब बायोमिट्रिक अटेंडेंस सिस्टम होगा तो उसे कैसे मॉनिटर किया जाएगा.
क्या कहना है संभाग आयुक्त का: महादेव कावरे का कहना है कि शासन के नियमों के मुताबिक पांच दिवस का कार्यालय निर्धारित है. सुबह 10:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक काम का समय है. कुछ कार्यालय में निरीक्षण के दौरान पाया गया है कि समय पर कर्मचारी नहीं पहुंच रहे हैं. समय पर कर्मचारी आएं और काम करें ये तय किया जाएगा. जहां कहीं भी बायोमिट्रिक अटेंडेंस की जरुरत होगी वहां मशीन लगाई जाएगी. मशीन लगाए जाने की समीक्षा भी होगी.
कुछ दफ्तरों से ये शिकायत मिली है कि कुछ कर्मचारी समय पर दफ्तर नहीं आते हैं. दफ्तर के तय नियमों का पालन हो इसकी जरुरत है. :महादेव कावरे, संभागायुक्त, रायपुर
कर्मचारी संघ ने जताई नाराजगी: संभाग आयुक्त के फैसले पर कर्मचारी संघ ने नाराजगी जाहिर की है. कर्मचारियों का कहना है कि ये व्यवस्था प्राइवेट संस्थानों में लागू किया जाता है. प्राइवेट संस्थानों में घंटे के हिसाब से वेतन मिलता है. हमारे यहां इस तरह की व्यवस्था की जरुरत नहीं है. कर्मचारियों का कहना था कि जरुरत पड़ने पर वो कई कई घंटे लगातार काम भी करते हैं. विधानसभा चुनाव के दौरान तय समय से ज्यादा काम किया. ऐसे में काम के घंटों का हिसाब कैसे रखा जाएगा.
बायोमिट्रिक मशीन दफ्तर में लगाई जाएगी तो हम इसका विरोध करेंगे. दफ्तर आने जाने का समय निश्चित किया जाए. छुट्टी के दिन काम पर बुलाते हैं तो उसे कैसे काउंट करेंगे. :विजय डागा, प्रदेश प्रवक्ता, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़
हमारे काम पर शक क्यों किया जा रहा है. चुनाव में हमने 24 घंटे काम किया. बायोमिट्रिक मशीन लगाने के पीछे हमें तंग करने की मंशा है. :विजय झा, संरक्षक,, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़
कर्मचारियों ने दी चेतावनी: कर्मचारी संघ का कहना है कि सभी विभागों में वर्कलोड ज्यादा है. दस सालों से कई विभागों में भर्तियां नहीं की गई. छुट्टी वाले दिन भी कर्मचारी काम करने को मजबूर हैं. ज्यादा काम का घंटा होने पर हमें ओवर टाइम तक नहीं दिया जाता. इस नियम को वापस लिया जाना चाहिए. कर्मचारियों ने कहा कि प्यार से काम लेंगे तो काम अच्छा होगा, तंग किया जाएगा तो काम खराब होगा.